मुख्यमंत्री बघेल ने कहा -बहुत सारे लोग मुझसे सवाल करते हैं कि आप इस तरह से धार्मिक आयोजन क्यों करते हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि जब हम छत्तीसगढ़ से बाहर जाते हैं तो लोग या तो इस प्रदेश को खनिज के नाम से जानते हैं या नक्सलियों के गढ़ के नाम से जानते हैं लेकिन मैं बताना चाहता हूँ कि छत्तीसगढ़ की बहुत उच्च संस्कृति और परम्पराएँ रही हैं। चाहे वो त्रेतायुग हो, द्वापरयुग हो या बौद्धकालीन हो सबमें हमारी उपस्थिति रही है। छत्तीसगढ़ के बिना किसी युग का उल्लेख नहीं हो सकता।