छत्तीसगढ़

धान की खरही में लगी आग, अब तक नहीं मिला मुआवजा

अप्रैल 2022 /मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम के मार्गदर्शन में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. वाय. के. शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय दुर्ग का एस.एन.सी.यू. आधुनिक उपकरण से लैस है। आधुनिक बेबी वॉर्मर एवं सी पैप की सुविधा उपलब्ध है। एस.एन.सी.यू. की जिम्मेदारी वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रजनीश मल्होत्रा, डॉ. हेमन्त साहू, डॉ. सीमा जैन, डॉ मनीषा ठाकुर, डॉ. क्षीतिज ठाकुर, डॉ. मनीष यादव एवं प्रशिक्षित स्टाफ नर्स की टीम द्वारा मॉनिटरिंग किया जाता है।

जिला चिकित्सालय के नियोनेटल आ.ई.सी.यू. में समय से पूर्व जन्मे बच्चे एवं सामान्य से कम वजन वाले बच्चों की बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। जिले में इस तरह के चार नवजात बच्चों (टिंकी-डांडेसरा, भारती-टंकी मरोदा, कल्याणी-घुघुवा, दिनेश्वरी- रसमड़ा) जिनका वजन 1.1 किलो ग्राम से 1.14 किलो ग्राम के बीच था ये सभी गंभीर स्थिति में थे, जिन्हे 1 माह एस.एन.सी.यू. में रख कर उनकी निगरानी कर सामान्य स्थिति में लाया गया, और उन्हें अस्पताल से कल 18 अप्रैल को छुट्टी दी गई। वर्तमान में अभी एसएनसीयू तीन बच्चों का उपचार चल रहा है।

     इन बच्चों के जीवनदान देने का श्रेय नर्सिंग स्टॉफ एवं एस.एन.सी.यू के समस्त चिकित्सकों का है, जिनके द्वारा दिन-रात, देख-भाल में संभव हो पाया।

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