महासमुंद , जून 2021/ समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर ने आज जिले में ग्राम स्तर पर लगाये जा रहे शिविर में प्राप्त आवेदनों का नियमानुसार यथाशीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभागवार संबंधित आवेदन पर की जा रही कार्यवाही की पूरी जानकारी रखें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्राप्त आवेदन पर की गई कार्यवाही की भी समीक्षा की और लंबित प्रकरणों की जांच कर पात्रतानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को प्राप्त आवेदन पर की जा रही कार्यवाही की जानकारी लेते हुए यह भी निर्देशित किया कि आवेदनों के निराकरण की सम्पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित विभाग के अधिकारियों की होगी। उन्होंने ग्राम स्तर पर प्राप्त सभी आवेदन की फाइलिंग करने और संबंधित आवेदकों को भी उसके आवेदन पर की गई कार्यवाही की सूचना देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि पात्र हितग्राहियों को लाभ मिले यह भी सुनिश्चित करें।
बैठक में वनमंडलाधिकारी श्री पंकज राजपूत ने बताया कि प्रदेश में पहली बार राज्य शासन द्वारा नर्सरी योजना का क्रियान्वयन वन विभाग के माध्यम से किया जा रहा है। जिसमें राज्य स्तर पर पांच जिलों में 41 स्कूलों का चयन किया गया है। जिसमें से महासमुंद जिले के पांच स्कूल इस योजना के तहत शामिल है। इनमें केन्द्रीय विद्यालय महासमुंद, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, बरेकेल खुर्द, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला जम्हर, केन्द्रीय विद्यालय सरायपाली एवं शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल कुडेकेल शामिल है। इसमें प्रति विद्यालय छात्रों के माध्यम से एक हजार पौधे तैयार किए जाने है। जिसमें विद्यार्थियों को बीज संग्रहण, उनके अंकुरण, पौधा वृद्धि, रखरखाव के बारे में सिखाते हुए, पौधरोपण तक की प्रक्रिया में भागीदार बनाना है।
इस दौरान कलेक्टर ने शासन की फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रस्तावित प्रदेशव्यापी विधानसभा स्तरीय दौरे के संबंध में की जा रही तैयारियों की जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी और कर्मचारी जन सामान्य की समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ सुन कर निराकरण करें। उन्होंने कहा कि जन सामान्य की छोटी-छोटी समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए और यथासंभव तत्काल निराकरण भी करें। उन्होने कहा कि नवीन राशन कार्ड निर्माण, नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्रकरणों का अभियान चलाकर निराकरण करें। कलेक्टर ने आगामी बारिश को ध्यान में रखते हुए किसानों को खरीफ फसल के लिए धान, अरहर, कोदो-कुटकी, मक्का बीज एवं खाद आदि की समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली जाए। प्रदेश सरकार द्वारा धान के बदले अन्य फसल लेने को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे शासन द्वारा मिलेट (छोटे दाने वाले अनाज) फसल बोने (उत्पादन) पर इनपुट सबसिडी का भी प्रावधान है। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाईयां सहित मेडिकल कीट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले। इसके अलावा महात्मा गांधी नरेगा, वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन एवं उठाव की विकासखण्डवार एवं नगरीय निकायवार समीक्षा की।
कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारी को कहा कि रबी फसल के दौरान किसानों के खेत के पैरा को बेलर मशीन से एकत्रित कराकर गौठानों तक पहुंचाए। ताकि मवेशियों के लिए चारा आसानी से प्राप्त हो सके। उन्होंने आगामी बारिश को ध्यान में रखते हुए अभी से प्लांटेशन के लिए रिक्त जमीन का चिन्हांकन कर गड्ढों की खुदाई करने के निर्देश दिए। ताकि बारिश के मौसम में पौधरोपण किया जा सके। वन विभाग के पास सभी किस्म के पौधे पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर श्री ओ.पी. कोसरिया, डाॅ. नेहा कपूर, एसडीएम श्री भागवत जायसवाल सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे तथा ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।