छत्तीसगढ़

मछली पालन से समूह हो रही आर्थिक रूप से सशक्त, व्यवसाय को कर रहे विस्तार

रायगढ़, जून 2022/ जिले में महिला समूह द्वारा आर्थिक सशक्तिकरण दिशा में स्वत: बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। समूह की महिलाएं कृषि कार्यो के अलावा अब स्वयं के व्यवसायिक कार्यो के संचालन में अधिक रूचि दिखा रही है। क्योंकि अधिकांश महिलाए घर के कार्यो के बाद इन कार्यो को आसानी से समय देकर अच्छी आय अर्जित कर परिवार के भरण-पोषण में सहयोग कर सकती है।
इसी का एक उदाहरण देखने को मिला विकासखंड तमनार के ग्राम पंचायत खुरूसलेंगा में जहां 12 समूह की त्रिशक्ति स्व-सहायता समूह द्वारा गांव के गणेश तालाब में 0.316 हेक्टेयर में मछली पालन कर अच्छी आय अर्जित कर रही है। समूह की श्रीमती काम्ती गुप्ता, श्रीमती निर्मला देहरी ने बताया कि मछली पालन के लिए उन्हें 2021-22 में 10 वर्षीय पट्टे पर आबंटित किया गया है। जिसमें पिछले एक साल से समूह द्वारा मछली पालन का कार्य किया जा रहा है। समूह को मछली पालन विभाग उन्नत किस्म का रोहू, कतला एवं मृगल मछली बीज 50 प्रतिशत के अनुदान पर दिया गया है। समूह के द्वारा एक साल में करीब 10 हजार मछली बीज संचयन किया गया है। मार्च-अप्रैल माह में समूह द्वारा प्रत्येक सप्ताह मत्स्याखेट कर 160-180 रूपए प्रति किलो की दर से मछली विक्रय किया जाता है। जिससे समूह को 70-80 हजार से अधिक का सलाना आय अर्जित हो रही है। समूह की श्रीमती लक्ष्मी देहरी बताती है समूह की सदस्यों द्वारा अन्य कार्यो के बाद शेष समय में यह कार्य किया जा रहा है। जिससे अच्छी आय हो रही है, समूह के आय को बढ़ाने के लिए महिलाओं द्वारा गांव के छोटे तालाबों में मछली पालन को विस्तार देने पर विचार किया जा रहा है। जिससे समूह की आय में वृद्धि के साथ समूह को अधिक लाभ हो सके। समूह की महिलाओं का कहना है कि आज शासन की योजना के फलस्वरूप समूह की सभी महिलाओं के पास वैकल्पिक कार्य के आलावा स्वयं का कार्य है। जिससे आय अर्जित कर घर संचालन करती है। समूह की महिलाओं के कार्यो के फलस्वरूप आज गांव की महिलाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई और अन्य आयमूलक कार्यो में रूचि लेने लगी है।

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