बिलासपुर , जून 2022/जिले के महारानी लक्ष्मी बाई कन्या शाला में ‘‘कोई बच्चा न छूटे इस बार, शिक्षा पर है सबका अधिकार’’ की थीम पर शाला प्रवेश उत्सव का शुभांरभ किया गया। इस कार्यक्रम का वर्चुअल रूप से शुभांरभ करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि वर्तमान दौर में शिक्षा को नवाचार और नई प्रौद्योगिकी के साथ जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौर में स्कूल एवं अन्य शैक्षणिक संस्थाएं बंद होने के बावजूद भी नई प्रौद्योगिकी के साथ शिक्षण कार्य निरंतर रूप से जारी रहा। श्री भूपेश बघेल ने इस सत्र में नियमित कक्षाओं के संचालन के साथ कोरोना काल में पढ़ाई में पिछड़े बच्चों पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को नई ऊर्जा एवं नए उत्साह के साथ अध्ययन एवं अध्यापन के लिए प्रोत्साहित भी किया। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, नगरीय विकास मंत्री श्री शिवकुमार डहरिया, संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण वर्चुअल रूप से मौजूद रहे।
शिक्षण सत्र 2022-23 के शुभांरभ अवसर पर 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को शाला में प्रवेश देने के लिए प्रवेश उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर जिले के महारानी लक्ष्मी बाई कन्या शाला में प्रभारी कलेक्टर श्री हरीस एस द्वारा कक्षा 1वीं, 6वीं तथा 9वीं के बच्चों को तिलक लगाकर तथा निःशुल्क गणवेश एवं पाठ्य पुस्तक का वितरण कर शाला में प्रवेश दिया गया। इस अवसर पर कक्षा 9वीं की छात्रों को निःशुल्क साईकिल का वितरण भी किया गया। लम्बे अंतराल के बाद स्कूल शुरू होने से शाला में प्रवेश को लेकर न केवल नवनिहालों में उत्साह था बल्कि पालकों एवं शिक्षकों का उत्साह भी देखते बन रहा था। शाला प्रवेश उत्सव का प्रारंभ शिक्षा को नए संकल्पों के साथ नई ऊंचाई की ओर ले जाने के लिए अग्रसर कर रहा है।
इस प्रवेश उत्सव के अवसर पर शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक श्री आर.एन.हीराधर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री डी.के.कौशिक, डी.एम.सी. श्री ओम पाण्डेय, ए.पी.सी. श्री रामेश्वर जायसवाल, जनप्रतिनिधि श्री शेख नजरूद्दीन, श्री अंकित गौरहा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी तथा बड़ी संख्या में अभिभावक एवं छात्र मौजूद रहे।