सलवा जुडूम के दौरान नक्सल हिंसा से ध्वस्त 97 बंद पड़े स्कूल हुए पुनः प्रारंभनव प्रवेशित छात्रों को प्रदान किए गए गणवेश, पुस्तकें, फूल माला पहनाकर किया गया स्वागत सुकमा , जून 2022/ गर्मियों की छुट्टी के बाद अब स्कूलों में पुनः घंटियां बजेंगी। प्रदेश भर में आज नव आगंतुक छात्रों को गणवेश, पुस्तकें वितरण कर शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम मनाया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में जुड़े। इस दौरान उन्होंने सुकमा जिले में सलवा जुडूम के दौरान ध्वस्त, पुनः संचालित 97 स्कूलों के बच्चों को शाला प्रवेशोत्सव पर खूब बधाई दी। उन्होंने कक्षा पांचवी के छात्र वेको कोसा से चर्चा की और उसे खूब मन लगा कर पढ़ने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने छात्र के परिजन श्री मड़कम मासा से वार्ता की, श्री मासा ने बताया की उन्हे स्कूलों के ध्वस्त होने पर बहुत दुख हुआ था, इससे गांव के सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में चला गया था। उन्हे कोई उम्मीद नहीं थी की इन स्कूलों में फिर से बच्चों की हंसी गूंजेगी, लेकिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल पर उन्हे भरोसा था। आज उनके गांव कारीगुंडम में पुनः शालाओं का संचालन हो रहा है, और बच्चे अपना भविष्य गढ़ रहे है। उन्होंने बंद पड़े शालाओं का पुनः संचालन प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
ध्वस्त 97 स्कूलों का पुनः संचालन, बच्चे पढ़ रहे क, ख, ग- गढ़ रहे अपना भविष्य
सुकमा जिले में शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम पूरे हर्षोलास के साथ मनाया गाय। यहां इस वर्ष शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की खुशी दोगुनी रही। सलवा जुडूम के दौरान नक्सली हिंसा में ध्वस्त 97 स्कूलों, जिनका पुनः संचालन प्रारंभ हुआ, उनमें नव प्रवेशित छात्रों को गणवेश, पुस्तकें देकर स्वागत किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, सुकमा में आयोजित हुआ। जहां अंदुरनी गांव में पुनः संचालित स्कूलों से भी छात्र एवं उनके परिजन पहुंचे थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हरीश कवासी, सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष श्री जगन्नाथ साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधियों सहित कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक श्री सुनील सुनील शर्मा ने नव प्रवेशित छात्रों को फूलमाला पहनाकर, मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया और बस्ता, गणवेश, एवं पुस्तकें प्रदान की।
इस दौरान अपने संबोधन में श्री हरीश कवासी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के शब्दों को दोहराते हुए कहा कि शिक्षा मनुष्य के जीवन का सबसे अहम अध्याय है। शिक्षा मनुष्य को सोचने, समझने और तर्क करने की काबिलियत देता है। शिक्षा से ही इंसान का विकास संभव है। उन्होंने कहा की ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यस्था को सुदृढ़ करना मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा का निरंतर प्रयास रहा है। जिसे पूर्ण करने के लिए शासन कटिबद्ध होकर कार्य कर रहा है।
कलेक्टर श्री नंदनवार ने अपने स्कूली दिनों को याद करते हुए कहा कि छात्रों को हमेशा अपनी गलतियों और असफलताओं से सीखना चाहिए। शिक्षकों को चाहिए की वे हर छात्र को समझे, उन्हे हमेशा प्रेरित करे, बच्चे अवश्य सफल होंगे। उन्होंने कहा की जिले में बेहतर शिक्षा प्रदान करना हम सबका सामूहिक प्रयास है, शिक्षा एक ऐसी ताकत, ऐसा सूत्र जो सबको बदल सकता है। श्री जगन्नाथ साहू एवं पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा ने भी नव प्रवेशित छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।