छत्तीसगढ़

आजादी का अमृत महोत्सव,बाल श्रमिकों की समस्या एवं उनके उन्मूलन हेतु मनाया जा रहा”बाल श्रम उन्मूल सप्ताह”

आज विधि छात्रों तथा पैरालीगल वालेन्टियर ने निकाली जागरूकता बाईक रैली

रायपुर 18 जून 2022/ राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, भारत सरकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर बाल श्रमिकों की समस्याओं एवं उनके उन्मूलन हेतु 12 से 20 जून 2022 तक “बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह” मनाया जा रहा है। जिसके छठवें दिवस आज 18 जून को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायालय परिसर रायपुर और जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, रायपुर के रेसक्यू टीम के संयुक्त तत्वाधान में जिला न्यायाधीश एवम अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर श्री संतोष शर्मा के मार्गदर्शन में जनमानस में जागरूकता लाने, बाल श्रमिकों का बचाव कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कराये जाने जिला न्यायालय परिसर रायपुर से सुबह11बजे विधि छात्रों एवं पैरालीगल वालेन्टियर्स के सहयोग से बाईक रैली का आयोजन किया गया।
उक्त बाईक रैली को जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री नवनीत स्वर्णकार एवं जिला न्यायालय परिसर रायपुर स्थित प्रबंध कार्यालय के प्रतिधारक अधिवक्ता श्री
विनोद कुमार सैनी द्वारा न्यायालय परिसर रायपुर से हरी झण्डी दिखाते हुए रवाना किया गया । बाईक रैली शहर में कचहरी चौक से मेकाहारा चौक, केनाल रोड, मरीन ड्राईव, घड़ी चौक, फाफाडीह चौक, से यूटर्न होकर जेल रोड होते हुए वापस कचहरी चौक में आकर समाप्त हुई।
“बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह” के अवसर पर आयोजित उक्त बाईक रैली में बाल श्रम (प्रतिनिषेध और विनियमन) अधिनियम 1986, किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2000 बच्चों का निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 तथा नालसा (बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाऐं और उनके संरक्षण के लिए विधिक सेवाऐ) योजना 2015 के साथ साथ इससे संबंधित विधिक सेवा की विभिन्न योजनाओं के बारे में संदेश दिया गया। संबंधित जागरूकता बाईक रैली कार्यक्रम के आयोजन में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग रायपुर के अलावा कार्यालय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर विधि छात्र-छात्राऐं रायपुर व पैरालीगल वालेन्टियर्स जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर का विशेष सहयोग रहा। उक्त जानकारी श्री प्रवीण मिश्रा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायपुर के द्वारा प्रदान की गयी।
इनके द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग,भारत सरकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित “बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह” में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, रायपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर के संयुक्त रेसक्यू टीम द्वारा अभी तक लगभग 20 बच्चों का रेस्क्यू कर उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जा चुका है। जहां इन बच्चों के पुनर्वास पढ़ाई शिक्षा एवं इनके उज्जवल भविष्य को लेकर आगे की कार्यवाही की जा रही है। प्राधिकरण के सचिव ने आम नागरिकों से यह भी अपील की है कि इनके आसपास के क्षेत्र में किसी संस्थान, दुकान में कोई बच्चा बाल श्रमिक के रूप में श्रम करते हुए पाए जाते हैं तो उसकी जानकारी टोल फ्री नं. 15100 में प्रदान कर सहयोग करें, जिससे कि इन बच्चों को बचाया जा सकें और इनकी देख-रेख, ख्याल, शिक्षा, प्रशिक्षण, विकास एवं पुनर्वास किया जाना संभव हो सके।

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