जांजगीर-चाम्पा , जून 2022/ राहुल जिंदाबाद, राहुल वेलकम…हमर राहुल बेटा, मोर दुलरवा…। कुछ ऐसे ही नारों के बीच ग्राम पिहरीद में आज राहुल को देखने और स्वागत करने गांव का हुजूम उमड़ पड़ा। गांव के बच्चे, महिलाएं, पुरूष, बुजुर्ग सभी राहुल को एक झलक देखने और उनका अभिनंदन करने आतुर दिखे। जाति, समाज और धर्म से परे होकर पिहरीद गांव के लोगों ने राहुल के लिए एकजुटता और भाईचारे की मिसाल कायम कर दी। चट्टानों के बीच बोरवेल में 105 घण्टे तक जिंदगी और मौत के संघर्ष के बीच मौत को मात देकर लौटा राहुल अस्पताल में स्वस्थ्य होकर जब हंसता और मुस्कुराता हुआ गांव लौटा तो शायद उन्हें भी महसूस हुआ होगा कि अब यह पूरा गांव मेरा परिवार बन गया है।
जांजगीर-चाम्पा जिले के मालखरौदा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पिहरीद में 10 जून को दोपहर में खेलते हुए अचानक से 11 वर्षीय राहुल साहू के बोरवेल में नीचे गिरकर 60-62 फीट की गहराइयों में फस जाने के बाद देश का सबसे बड़ा रेस्क्यु अभियान चलाया गया। 105 घण्टे तक चले इस रेस्क्यु अभियान में राहुल को बाहर निकालने भारी जद्दोजहद करनी पड़ी थी। मानसिक रूप से कुछ कमजोर और पूरी तरह से ठीक से स्पष्ट बोल नहीं सकने की वजह से राहुल को रस्सी के सहारे ऊपर लाना संभव नहीं हुआ तो 65 फीट नीचे सुरंग बनाने और राहुल तक पहुँचने में जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, एसईसीएल सहित अन्य टीम को बचाव के लिए जूझना पड़ा था। आखिरकार 14 जून देर रात्रि में राहुल को लगभग 20 फीट से अधिक सुरंग बनाकर बाहर निकाल लिया गया। यहां से तत्काल उन्हें मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर बेहतर उपचार के लिए अस्पताल भी ले जाया गया। अस्पताल में उचित देखरेख और उपचार के बाद लगभग 11 दिनों बाद राहुल साहू आज दोपहर लगभग सवा 2 बजे अपना गांव लौटा। गांव में परिजनों के अलावा ग्रामीणों ने राहुल का स्वागत किया।