कलेक्टर की पहल से पालकों और विद्यार्थियों को मिलेगी बड़ी राहतस्कूलों में किया गया फार्म का वितरण, डीईओ सहित एसडीएम, तहसीलदारों के मिले निर्देश जांजगीर-चाम्पा , जुलाई 2022/ जिले में स्कूलों में अध्ययन करने वाले उन विद्यार्थियों और पालकों को बड़ी राहत मिलेगी, जो जाति प्रमाण पत्र के लिए पटवारी, तहसील और चॉइस सेंटर का चक्कर काटते हैं और परेशान होते हैं। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए न सिर्फ इन्हें शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं से लाभान्वित करने का प्रयास किया है, अपितु उन्होंने इन वर्ग के विद्यार्थियों और पालकों को जाति प्रमाण पत्र बनवाने में होने वाली परेशानियों को दूर करने का निर्णय लिया है। कलेक्टर ने एक माह के भीतर आवेदनों का वितरण स्कूलों में करने के साथ एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देशित किया हैै कि संलग्न दस्तावेजों की जांच कर विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाकर वितरण का कार्य सुनिश्चित किया जाए।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने जांजगीर-चाम्पा और सक्ती के जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र बनाने की कार्यवाही शुरू करें। उन्होंने इसके लिए समय सीमा भी तय कर दी है। जिसमें सक्ती एवं जांजगीर-चाम्पा जिले के जिला शिक्षा अधिकारी को 13 से 18 जुलाई तक जाति प्रमाण पत्र हेतु फॉर्म सभी विद्यालयों में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही सभी फॉर्म समय-सीमा में दस्तावेजों के साथ पूर्ण कराकर 19 से 29 जुलाई तक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसील कार्यालय में उपलब्ध कराने कहा गया है। सर्व एसडीएम और तहसीलदार जाति प्रमाण पत्र हेतु राजस्व रिकार्ड पटवारियों के माध्यम से उपलब्ध करवाएंगे। 30 जुलाई से 10 अगस्त तक जाति प्रमाण पत्र के फॉर्म एवं आवश्यक दस्तावेजों की जांच, स्कैनिंग एवं एंट्री हेतु संबंधित एसडीएम को जिम्मेदारी दी गई है।
कलेक्टर ने तहसीलदारों और एसडीएम को भी आवश्यक निर्देश देते हुए इसका गंभीरता से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी और प्राचार्यों को निर्देशित किया है कि स्कूलों में दाखिला लेने वाले समस्त पात्र व आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों का दस्तावेज पूर्ण कराने में सहयोग करें। उन्होंने कहा है कि इन वर्ग के विद्यार्थियों या पालकों को तहसील या चॉइस सेंटर में जाने की आवश्यकता न पड़े और किसी को अनावश्यक परेशानी तथा रूपए भी खर्च न करना पड़े।
नौकरी सहित योजनाओं का लाभ उठाने में मिलेगी मदद: कलेक्टर
कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले के सभी स्कूलों में जाति प्रमाणपत्र बनाने के निर्देश देते हुए कहा है कि शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ लेने के दौरान जाति प्रमाणपत्रों की आवश्यकता होती है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रहे हैं। हमारी भी कोशिश है कि जिले के किसी भी पात्र या आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े, इसलिए स्कूल स्तर पर ही प्रमाणपत्र जारी कर दिए जाने से उन्हें समय पर छात्रवृत्ति प्राप्त करने के साथ उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश व राज्य शासन की अन्य योजनाओं में भी आसानी से लाभ होगा। कलेक्टर श्री सिन्हा ने सभी पालकों और विद्यार्थियों को इस पहल का लाभ उठाने और जनप्रतिनिधयों से सहयोग की अपील की है।