जिले में अब तक 1037 सोख्ता गड्ढा बनकर तैयार
स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान अंतर्गत प्रत्येक हैंड पम्प में सोख्ता गड्ढा बनाने का लक्ष्य
बीजापुर, जुलाई 2022- आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान की कार्ययोजना बनाई गई है। जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी हैंड पम्पों के सामने सोख्ता गड्ढा का निर्माण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान के अंतर्गत जिले में कुल 1037 सोख्ता गड्ढे का निर्माण कर लिया गया है। भू-जल स्तर में वृद्धि के साथ इस कार्य से जल जनित रोगों के फैलाव में कमी आएगी। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रवि साहू ने बताया कि कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन में जिले में कुल 2 करोड़ की लागत से 2723 सोख्ता गड्ढे की स्वीकृति प्रदान की है। जिसमें से 1037 सोख्ता गड्ढे पूर्ण कर लिए गए हैं। प्रगतिरत शेष सोख्ता गड्ढों को जल्द से जल्द पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है। इस कार्य का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा सोख्ता गड्ढ़ों का निर्माण करते हुए गांव में बह रहे ग्रेवाटर की सुरक्षित प्रबंधन किया जाना है। प्रतिनग 8 हजार रूपये की लागत से बनने वाले सोख्ता गड्ढे में महात्मा गांधी नरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण एवं 15वें वित्त आयोग की राशि का अभिसरण किया गया है।
सोख्ता गड्ढे के कई फायदे
1 इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता।
2 गांव में बह रहे ग्रेवाटर के समुचित प्रबंधन से जल-जनित रोगों जैसे हैजा, डायरिया, डेंगू, मलेरिया पीलिया व दूषित जल से होने वाले अन्य रोगों के संक्रमण से बचा जा सकता है।
3 हैंड पम्प के नजदीक बनने से जल स्तर में सुधार होता है।।
4 आस-पास कीचड़ होने की संभावना नहीं होगी साथ ही सड़क कटाव से बचा जा सकता है जिसके कारण आवागमन में सुविधा होगी।