- जल संरक्षण के लिए जनसामान्य की सहभागिता एवं जागरूकता जरूरी
- जल संरक्षण के लिए दिए मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देश
- जिले में जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों एवं प्रयासों की ली विस्तृत जानकारी
- अतिरिक्त सचिव एवं वित्तीय सलाहकार ऊर्जा मंत्रालय भारत शासन श्री आशीष उपाध्याय ने जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेनÓ की समीक्षा की
राजनांदगांव, जुलाई 2022। अतिरिक्त सचिव एवं वित्तीय सलाहकार ऊर्जा मंत्रालय भारत शासन श्री आशीष उपाध्याय ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेनÓ की समीक्षा की। अतिरिक्त सचिव श्री आशीष उपाध्याय ने मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जल संरक्षण महत्वपूर्ण कार्य है। ऐसे स्थान जहां जल स्तर कम हैं, वहां जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1995 से लगातार वाटर शेड डेवलमेंट मिशन के अंतर्गत जल के संरक्षण के लिए कार्य किया गया। इस बात पर ध्यान देने के आवश्यकता है कि 20-25 वर्षाों में इस महत्वपूर्ण अभियान के क्या परिणाम रहे हंै। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए जनसामान्य की सहभागिता एवं जागरूकता जरूरी है। उनमें जागरूकता लाने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। जिले में जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों एवं प्रयासों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने जिले में आकाल प्रभावित क्षेत्र, जल के स्रोत, दोहरी फसल वाले क्षेत्र, ग्राऊण्ड वॉटर लेबल, वृक्षारोपण, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस अवसर पर उपस्थित उप संचालक जल शक्ति भारत शासन ने जल संरक्षण के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने कहा।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि जिले में शासन की फ्लैगशिप योजना नरवा, घुरवा, गरूवा, बाड़ी अंतर्गत जीपीएस मैपिंग के माध्यम से जल स्रोतों का चिन्हांकन कर नरवा विकास कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विभिन्न जलीय संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। जिससे जिले में जल संरक्षण के कार्य को गति मिली है। वही गौठान में मत्स्य पालन के लिए डबरी निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि जिले में जिला पंचायत एवं वन विभाग द्वारा नरवा योजना अंतर्गत गैबियन संरचना, ब्रश वुड चेकडेम, लूज बोल्डर चेकडेम, कंटूर ट्रेंच, परकोलेशन टैंक, अंडरग्राऊण्ड डाईक का निर्माण किया गया है। इस योजना के तहत जिला पंचायत द्वारा 828 तथा वन विभाग द्वारा 64 जलीय संरचना का निर्माण किया गया है। बैठक में अमृत सरोवर अभियान अंतर्गत 75 तालाब निर्माण व गहरीकरण, जल शक्ति अभियान अंतर्गत जल संसाधन विभाग के कार्य, जिला पंचायत नरवा विकास के कार्य, वन विभाग द्वारा नरवा विकास, ग्राउन्ड वाटर लेवल, वृक्षारोपण योजनाओं की जानकारी, वन विभाग द्वारा किया गए गहन वृक्षारोपण, विभिन्न विभागों द्वारा किया गया वृक्षारोपण, मनरेगा अंतर्गत वृक्षारोपण का कार्य, मनरेगा अंतर्गत तालाब निर्माण, गहरीकरण, डबरी और सोख्ता गड्ढा निर्माण, कृषि विभाग द्वारा एकीकृत जल ग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम अंतर्गत किए गए कार्य, जिला में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग कार्य की प्रगति, गौठानों में मछली पालन, जिला में मछली पालन की जानकारी, सी-मार्ट, डैशबोर्ड स्टैट्स जल शक्ति अभियान के संबंध में जानकारी दी गई। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ श्री दिलराज प्रभाकर, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष चतुर्वेदी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पाण्डेय सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।