गौठानों ने ग्रामवासियों के बीच गेड़ी दौड़, कुर्सी दौड़, फुगड़ी, रस्साकशी, भौंरा, नारियल फेंक सहित छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन के स्वादों में होगा जमकर मुकाबला
छत्तीसगढ़ी जीवन शैली और प्रकृति से जुड़ा प्रदेश के पहला तिहार हरेली में गौठान, स्कूल, आश्रम शालाओं, छात्रावासों में कार्यक्रमों का होगा आयोजन
कवर्धा, जुलाई 2022। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने और उन्हें संरक्षित रखने के लिए छत्तीसगढ़ी जीवन शैली और प्रकृति से जुड़ा प्रदेश के पहला तिहार हरेली को पूरे राज्य में हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाएगा। सावन के अमावस्या पर मनाया जाने वाला यह त्यौहार हरियाली का संदेश देती है। हरेली में छत्तीसगढ़ी संस्कृति, कृषि, सांस्कृतिक परम्परा, लोक पर्व एवं पर्यावरण के महत्व की झलक दिखाई देती है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परम्परा और महत्ता से जुड़े हरेली त्यौहार को कबीरधाम जिले में धूमधाम से मानने के लिए विशेष आयोजन किया गया है। हरेली के दिन गैठानो में कृषि संबंधी सभी यंत्र नागर, गैंती, कुदाली, फावड़ा सहित कृषि में काम आने वाली सभी यंत्रों का पूजा अर्चना की जाएगी। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देशानुसार जिले के गौठानों में कार्यक्रमों के आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस अवसर पर जिले में गौमूत्र क्रय का शुभारंभ गौठान ग्राम बिरकोना विकासखण्ड कवर्धा और गौठान ग्राम बिरेन्द्रनगर विकासखण्ड सहसपुर लोहारा में किया जाएगा।
हरेली का पर्व छत्तीसगढ़ के खेती-किसानी एवं हमारी अमूल्य लोक संस्कृति से गहराई से जुड़ा हुआ त्यौहार है। यह पर्व अच्छी खेती के साथ खुशहाली एवं समृद्धि का उत्सव है। हरेली का त्यौहार हमें अपने लोक संस्कृति, परंपरा एवं मान्यताओं को आत्मसात करने एवं सहजने की प्रेरणा देता है। हरेली त्यौहार के दिन 28 जुलाई को जिले के ग्रामवासियों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोड़ते हुए गौठानो में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही बच्चों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परम्परा और लोक पर्व की महत्ता को बताते हुए इससे जोड़ने के लिए जिले के सभी शासकीय और अनुदान प्राप्त आश्रम, शालाओं, छात्रावासो में स्थानीय जनप्रतिनिधि, शाला प्रबंधन समिति, स्थानीय कला एवं संगीत मंडलियों की सहायता से विशेष रूप से “हरेली तिहार” का आयोजन किया गया है।
गौठानों में होंगे ग्रामीणों के बीच विभिन्न प्रतिस्पर्धा का आयोजन
गौठानों में ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए विविध कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस मौके पर ग्रामीणों के मध्य गेड़ी दौड़, कुर्सी दौड़, फुगड़ी, रस्साकशी, भौंरा, नारियल फेंक आदि की प्रतियोगिताएं सहित छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन आदि की भी स्पर्धाएं होंगी।
स्कूलों, आश्रम शालाओं, छात्रावासों में होंगे अनेक प्रतियोगिताएं
हरेली के दिन (28 जुलाई 2022) प्रत्येक प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई तथा हायर सेकेंडरी स्कूलों, आश्रम शालाओं, छात्रावासों आदि में स्थानीय जनप्रतिनिधि, शाला प्रबंधन समिति, स्थानीय कला एवं संगीत मंडलियों की सहायता से विशेष रूप से “हरेली तिहार” का आयोजन होगा। विद्यार्थियां के मध्य गेड़ी नृत्य प्रतियोगिता का विशेष आयोजन किया जाएगा। प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी-प्रतिभागी को विशेष तौर पर गणमान्य नागरिक तथा कृषि कार्य में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले जनप्रतिनिधियों के हाथों पुरस्कृत कर प्रशस्ती पत्र भी प्रदान किया जाएगा।
जिला मुख्यालय तथा विकासखंड मुख्यालय स्तर पर “पर्यावरण संरक्षण और हरेली की महत्ता” पर केन्द्रीत संगोष्ठियों का होगा आयोजन
कृषि तथा वन विभाग के सहयोग से “पर्यावरण संरक्षण और हरेली की महत्ता” पर केन्द्रीत संगोष्ठियों का आयोजन जिला मुख्यालय तथा विकासखंड मुख्यालय स्तर पर किया जाएगा। इस अवसर पर कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले उन्नत कृषकों, प्रयोगधर्मी कृषकों को विशेष तौर पर सम्मानित किया जाएगा।
हरियाली का प्रतीक हरेली त्यौहार में पर्यावरण को संरक्षित करने पौधरोपण किया जाएगा
हरेली त्यौहार हरियाली का प्रतीक माना जाता है। पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए स्कूलों तथा आश्रमों में पौध रोपण भी किया जाएगा। त्यौहार के दिन विद्यालयों में प्राकृतिक बांउड्रीवाल तैयार किए जाएंगे। विद्यालयों में वृक्षारोपण का प्राकृतिक बांउड्रीवाल तैयार करने का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके अतिरिक्त विद्यालय परिसरों में फलदार, छांयादार पौधरोपण भी कराया जाएगा तथा वृक्षारोपण को गोद लेने की व्यवस्था भी नियत किया जाएगा।
हरेली तिहार के अवसर पर गौमूत्र क्रय का शुभारंभ, ग्राम गौठान बिरकोना और बिरेन्द्रनगर में किया जाएगा
जिले के दो गौठानों को प्रथम चरण में गौ-मूत्र खरीदी के लिए चयन किया गया है। हरेली तिहार के अवसर पर गौठान ग्राम बिरकोना विकासखण्ड कवर्धा और गौठान ग्राम बिरेन्द्रनगर विकासखण्ड सहसपुर लोहारा में 4 रूपए प्रति लीटर की दर से गौ-मूत्र खरीदी का शुभारंभ किया जाएगा। इन दोनों गौठानों में स्वसहायता समूहों द्वारा गौ-मूत्र से जैविक उत्पाद जैसे-जैविक कीटनाशक, पंचगव्य आदि उत्पाद तैयार किया जाएगा।