छत्तीसगढ़

आयुर्वेद चिकित्सालय में डेंगू नियंत्रण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

रायगढ़, अगस्त 2022/ राज्य शासन से प्राप्त निर्देषानुसार तथा कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देष पर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केषरी के मार्गदर्षन में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत आज शासकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय, रायगढ़ के सभाकक्ष में जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. मीरा भगत की उपस्थिति में एक दिवसीय डेंगू प्रषिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तारतम्य में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.टी.जी. कुलवेदी, के द्वारा डेंगू बीमारी के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जिला रायगढ़ के समस्त विकासखण्ड से आये हुए आयुष एवं होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों को डेंगू नियंत्रण विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए रोकथाम के साथ इलाज का उपाय बताते हुए प्रषिक्षण दिया गया। प्रषिक्षण मंे बताया गया कि डेंगू बीमारी एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है।
डेंगू के लक्षण-अचानक तेज सिर दर्द व तेज बुखार, मांसपेषियों एवं जोड़ों में दर्द होना, आँखों के पीछे में दर्द होना, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक व मुंह से खुन आना त्वचा पर चकत्ते उभरना आदि है। गभीर अवस्था पर डेंगू हेमोरेजिक फिवर एवं डेंगू शॉक सिन्ड्रोम के उपचार तीनों पद्धती में एलोपैथिक, आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक के अनुसार चिकित्सकिय परामर्ष एवं इलाज संबंधित निदान के बारे में चर्चा करते हुए प्रषिक्षण दिया गया। तत्पष्चात् डेंगू से बचाव के उपाय बताया गया और जिले के जनसामान्य को जागरूक करते हुए चिकित्सा अधिकारियों को अवगत कराते हुए स्वास्थ्य षिक्षा एवं जागरूकता हेतु भी विषेष सुझाव डॉ. टी.जी. कुलवेदी, के द्वारा दिया गया।
बचाव के उपाय-डेंगू मच्छर से बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर के आस-पास साफ-सफाई रखनी चाहिए, नालीयों में जला हुआ मोबिल, मिट्टी तेल का छिडकाव करनी चाहिए। हमेषा फूलआस्तीन के वस्त्र पहनना चाहिए, रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए, कुलर में स्थिर पडे हुए पानी का निष्कासन, टायर, नारियल खोल इत्यादि में ठहरे हुए पानी को खाली करना चाहिए। कोरोना वायरस संपूर्ण रूप से समाप्त नही हुआ है अभी भी आम जनता कोरोना वायरस रोग के दौरान डेंगू को नजर अंदाज न करें एवं रायगढ़ जिला को डेंगू मुक्त बनाने में सहयोग प्रदान करें। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्तमान में कोविड संक्रमण को देखते हुए तथा कोरोना गाईडलाईन का पालन करते हुए वैष्विक महामारी कोरोना काल में भी डेंगू नियंत्रण किया जाना आवष्यक है। छत्तीसगढ़ राज्य में विगत वर्षो के आंकड़ो को मद्देनजर रखा जाए तो पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में डेंगू प्रकरणों में वृहद कमी देखने को मिली है। इसी साथ में रायगढ़ जिले में वर्तमान में जनवरी 2022 से लेकर जुलाई 2022 तक केवल एक डेंगू केस एलाईजा पाजीटीव ही दर्ज हुआ है। वर्तमान में रायगढ़ जिले में संदेहास्पद मरीजों का नियमित रूप से रैपिड डायग्नोस्टिक किट से जांच किया जा रहा है ताकि आम जनता को डेंगू जैसे गंभीर बीमारी से समय पूर्व बचाया जा सके। प्रषिक्षण के दौरान श्री निर्मल प्रसाद, श्री गौतम प्रसाद सिदार व्ही.बी.डी. टेक्नीकल सुपरवार्इ्रजर, के साथ अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे तथा डॉक्टरों के साथ आम जनता से अपील किया जाता है कि रायगढ़ जिला को डेंगू मुक्त जिला बनाने में सहयोग प्रदान करें।

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