जगदलपुर, अगस्त 2022/ बस्तर जिले में शनिवार 13 अगस्त से हुई अत्यधिक वर्षा के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। सोमवार 15 अगस्त को बारिश के बंद होने से कुछ राहत मिली है। इंद्रावती सहित अन्य नदी-नालों में निर्मित नदी नालों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन द्वारा शिविरों में बाढ़ प्रभावित परिवारों को रखा गया है और उन्हें पेयजल, भोजन, चिकित्सा, आदि मुलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। जगदलपुर शहर में वर्तमान में पनारापारा, उत्कल भवन, भैरमगंज पुत्री शाला, भगत सिंह स्कूल, बस्तर तहसील के मधोता में माटापारा प्राथमिक शाला और अटल समरसता भवन, लोहण्डीगुड़ा तहसील में कुम्हली स्थित प्राथमिक शाला और उसरीबेड़ा स्थित अटल समरसता भवन में बाढ़ प्रभावितों को आश्रय दिया गया है।
इन्द्रावती के जल स्तर में देखी जा रही कमी
अंचल में शनिवार 13 अगस्त से लगभग 36 घंटे तक लगातार मुसलाधार बारिश के कारण नदी-नालों में आए उफान में सोमवार को बारिश के थमने के बाद राहत की सांस ली जा रही है। इन्द्रावती नदी में सोमवार और मंगलवार को भी जल स्तर में तेजी देखी गई। मंगलवार को दोपहर 1 बजे इन्द्रावती नदी में इस वर्ष जल स्तर सबसे अधिक 10.400 मीटर दर्ज किया गया। वहीं दोपहर 3 बजे से नदी के जल स्तर में गिरावट शुरू हो गई है।
