सुकमा 06 सितम्बर 2022/ कलेक्टर श्री हरीस. एस के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 एवं पुलिस विभाग द्वारा कार्ययोजना अनुसार देखरेख एवं संरक्षण के आवश्यकता वाले बालकों की पहचान एवं पुनर्वास के संबंध में कार्यवाही की जा रही है। इसके अंतर्गत भिक्षावृति रोकथाम, सड़क जैसी परिस्थिति में रहने वाले बच्चों का चिन्हाकन एवं स्कूलों में बच्चों को मोबाइल के मोह से बाहर लाने का प्रयास एवं कोरोना टीकाकरण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।इसी तारतम्य में संयुक्त टीम द्वारा देखरेख एवं संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों का चिन्हांकन के लिए जिले में भ्रमण किया गया।
जिला बाल संरक्षण इकाई एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा 22 अगस्त से 03 सितम्बर तक जिले में संचालित 09 संस्थाओं के कुल 2250 बालकों को किशोर न्याय बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम 2015 एवं आदर्श नियम 2016 के तहत लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, गुड टच बैड टच, बाल अधिकार, यौन शोषण आदि विभिन्न विषयों एवं मोबाइल के मोह से बचाए जाने के संबंध में बच्चों को जागरूक किया गया।