छत्तीसगढ़

भेंट मुलाकात कार्यक्रम: समृद्धि संवेदना और समाधान के लिए खुला मंच

विशेष लेख

भेंट मुलाकात कार्यक्रम: समृद्धि संवेदना और समाधान के लिए खुला मंच

श्री पोषण साहू, सहायक जनसम्पर्क अधिकारी

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेशव्यापी भेंट मुलाकात कार्यक्रम में विधानसभा के ग्रामीण और वनांचलों में पहुंचकर अपनी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं। साथ ही जानकारी भी ले रहे हैं या यूं कहें फीडबैक वे स्वयं ले रहे हैं। भेंट मुलाकात कार्यक्रम एक खुला मंच है जिसमें संवेदना की बयार बहती है, वही समस्याओं के समाधान के लिए पहल भी निकल कर आता है ।साथ ही समृद्धि के दृश्य और सफलता की कहानियां का अनूठा संग्रह भी इस भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दृश्यमान होता है।

आज बालोद जिले के डौंडी ब्लाक में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कुसुमकासा में लोगों से आत्मीय बातचीत की। इस दौरान संवेदना की बयार भी प्रवाहित हुई। जब एक 70 वर्षीय बुजुर्ग जिसकी बेटियों की शादी हो गई है और अकेले रहती है, रोकर अपनई कहानी सुनाई, जिस पर मुख्यमंत्री ने 1 लाख रुपये की सहायता तत्काल दे दी। मुख्यमंत्री ऐसे मुद्दों को संवेदनशीलता के साथ समाधान करते हैं। उसके पश्चात् उस बुजुर्ग महिला की आंखों में आंसू के बजाय खुशी झलक रही थी। इसी तरह एक युवा महिला खिलाड़ी को खेल में आगे बढ़ने के लिए पैसों की दरकार थी। जिसे मुख्यमंत्री ने 4 लाख रुपये की सहायता देकर उनकी उम्मीदों को उड़ान भरने दी और सपनों को पूरा करने के लिए अवसर दिया।

इस मंच पर संवेदनाओं के साथ-साथ समृद्धि के दृश्य भी दिखे। यहां उपस्थित कई महिलाओं ने कहा कि शासन द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से उनके जीवन में आमूलचूल बदलाव आए हैं। उन्होंने बताया कि गोबर बेचकर कैसे स्कूटी खरीदी, किसी ने कहा कि इमली की चपाती बनाकर उन्होंने लाभ कमाया और अपने घर में पिकअप खरीद ली। कई किसान साथियों ने कहा कि किसान न्याय योजना से मिलने वाली राशि से उनके समृद्धि के द्वार खुले हैं। एक महिला ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहती हैं और आभार प्रकट करना चाहते हैं क्योंकि जो साइकिल चलाने की नहीं सोच पाती थी अब स्कूटी से महिला समूह द्वारा बनाए गए सामान की मार्केटिंग कर रही है।

भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दोनों तरफ से संवाद होता है इससे समस्याओं के समाधान के लिए एक उचित मंच मिल जाता है, जिसका गवाह कार्यक्रम में मौजूद हजारों लोग होते हैं। किसी किसान ने फसल बीमा नहीं मिलने की जानकारी दी इस पर तत्काल जानकारी मंगाई गई और अधिकारियों को सही तथ्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। इस तरह भेंट मुलाकात में संवेदना व समृद्धि की झलक मिलती है वहीं समस्याओं के समाधान के लिए एक रास्ता भी खुलता है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम अनवरत जारी है और संवेदना, संवाद का सिलसिला भी जारी है।

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