-प्रशासन तुंहर द्वार अंतर्गत भरर में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर में 10 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने दिए आवेदन
- मौके पर ही 204 आवेदनों का किया गया निराकरण, 285 आवेदन आये शिविर में, कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र मीणा ने कहा, एक सप्ताह के भीतर निराकृत होंगे सभी आवेदन
दुर्ग, सितंबर 2022/ प्रशासन तुंहर द्वार अभियान के अंतर्गत ग्राम भरर में पहले जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में 10 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। शिविर में 1 हफ्ते पूर्व से ही ग्रामीणों से आवेदन लिए गए थे और इनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया था। इसके साथ ही मौके पर भी ग्रामीणों से आवेदन लिए गए। शिविर में 285 आवेदन आये, इनमें 204 को मौके पर ही निराकृत कर दिया गया। कलेक्टर ने राशन कार्ड से संबंधित आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सचिव और खाद्य विभाग की जिम्मेदारी है कि सभी पात्र हितग्राहियों का राशन कार्ड बन जाए। इसमें किसी तरह का विलंब ना हो, इसके लिए आप फील्ड में घूमकर पात्र हितग्राहियों का चिन्हांकन करें और उन्हें लाभ दिलाएं।
सुरपा में एक ग्रामीण ने कहा कि मेरे द्वारा दिए गए राशन कार्ड के आवेदन में काफी विलंब किया जा रहा है। सुरपा सचिव से स्पष्ट उत्तर नहीं मिलने कलेक्टर ने सचिव को नोटिस देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राशन कार्ड जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए त्वरित समाधान के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इस संबंध में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिविर में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि भरर में शिविर के आयोजन से ग्रामीणों की समस्या का तेजी से समाधान मौके पर ही हो रहा है। प्रशासन की यह पहल बहुत अच्छी है। सरपंच श्रीमती गरिमा भारती ने शिविर के लिए आभार जताया। शिविर में गंभीर बीमारियों के लिए आवेदन लेने आये हितग्राहियों के उचित इलाज के निर्देश बीएमओ को दिए। स्वस्थ बच्चों को पुरस्कृत किया गया और मौके पर ही पात्र हितग्राहियों को राशन कार्ड दिया गया। शिविर में जिला पंचायत सीईओ श्री अश्विनी देवांगन, एसडीएम श्री विपुल गुप्ता, जनपद सीईओ श्री मुकेश कोठारी भी मौजूद रहे।
सड़क बनने के दौरान पाइपलाइन का विशेष ध्यान रखें- शिविर में एक आवेदन पीडब्ल्यूडी की सड़क से पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने को लेकर आया। इस पर कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्माण एजेंसियों के साथ बैठक लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल अहम जिम्मेदारी है। सड़क निर्माण के वक्त यह ध्यान रखा जाए कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त ना हो यदि ऐसा हुआ तो इसकी तुरंत मरम्मत की जाए। उन्होंने निर्माण एजेंसियों के साथ बैठक में एसडीएम को भी उपस्थित रहने कहा।
रेवेन्यू प्रकरणों पर कहा तुरंत बताएं क्या जरूरी है- शिविर में एक आवेदन नवीन ऋण पुस्तिका जारी करने के संबंध में आया। इस पर ग्रामीण ने शिकायत करते हुए कहा कि ऋण पुस्तिका जारी करने में समय लगाया जा रहा है। पटवारी ने बताया कि आवेदन में कुछ कमियां हैं जिसके बारे में बताया गया है। कलेक्टर ने कहा कि जब पहली बार ग्रामीण आवेदन लेकर आएं उसी समय उन्हें बता दिया जाए कि कौन से कागजात की जरूरत होगी और इनके मिलने पर कब तक प्रकरण निराकृत कर दिया जाएगा।
उलट की मांग आई तो यह कहा – एक ग्रामीण ने लिमाही बांध में उलट की मांग उठाई। इस पर किसानों ने कहा कि एक किसान की वजह से अन्य किसान प्रभावित होंगे और उनका नुकसान हो जाएगा। कलेक्टर ने एसडीएम तथा अधिकारियों को मौके पर जाकर मुआयना करने के निर्देश दिए।
1 हफ्ते में आ जाएगा फसल बीमा का क्लेम- एक किसान ने फसल बीमा का क्लेम अब तक नहीं मिलने की शिकायत की। इस पर कलेक्टर ने कृषि अधिकारी से पूछा। कृषि अधिकारी ने बताया कि 1 सप्ताह के भीतर किसान का बीमा का क्लेम मिल जाएगा।