पोषण और शिक्षा में दंतेवाड़ा के नवाचार की राज्य स्तर पर सराहना
अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बापीयों ने बांटे अनुभव
दंतेवाड़ा, अक्टूबर 2022। यूनिसेफ द्वारा राज्य स्तर पर 10 एवं 11 अक्टूबर को अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें राज्य भर के स्वंयसेवी संस्था एवं नवाचार कार्यक्रम के स्वयंसेवक उपस्थित रहे। जिसमे दंतेवाड़ा जिले के नवाचार में जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से संचालित ’बापी न उवाट’ कार्यक्रम के स्वयंसेवक बापी एवं नायक-नायिका भी सम्मिलित रहे। बापी एवं नायक-नायिका ने कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों एवं सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन के आयामों तथा व्यवहार परिवर्तन के दौरान आने वाली विषम परिस्थितियों को सामना कर निरंतर समुदाय को जागरूक करने प्रयासों एवं नुस्खों से अवगत कराया और साथ ही बापी एवं नायक नायिका द्वारा राज्य स्तरीय मंच में स्थानीय बोली गोंडी में गीत गाकर शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व्यवहार परिवर्तन के साथ आगे बढ़ने का सन्देश दिया। कार्यक्रम में बापी न उवाट, बिजादुतिर, युवोदय, जय हो जैसे कार्यक्रमों की सराहना किया। साथ ही दन्तेवाड़ा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में लिंग भेद समाप्त करने में बापी न उवाट के प्रयासो की प्रसंशा की।
ग्राम पंचायत भांसी की निवासी बापी अल्पना सिकदर के द्वारा बापी न उवाट कार्यक्रम के उद्देश्यों में पूर्ण सुपोषण एवं एनीमिया से निजात पाने समुदाय स्तर पर किये गए सराहनीय कार्यों एवं अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि दन्तेवाड़ा जिले के भांसी ग्राम पंचायत में कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिला, शिशुवती माताओं एवं किशोरी बालिकाओं को पोषण बाड़ी लगाकर हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे परंपरागत भोजन को सेवन करने हेतु जागरूक किया। ग्राम पंचायत चितालंका की बापी शांति कश्यप ने भी अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया की मलेरिया की रोकथाम के लिए समुदाय में लोगों को नियमित मच्छरदानी लगाकर सोने एवं घर के आसपास स्वच्छता बनाए रखने संदेश दे रही हूँ, लोग मेरी बातों को अमल कर मच्छर दानी लगाकर सो रहे है। नायक नायिका सत्यबती, निलेश एवं रतन के द्वारा एफएम 94.3 में गोंडी बोली में एनीमिया से बचाव के लिए किये गए कार्यों एवं चुनौतियों में समुदाय को जागरूक कर रही है साथ ही उनके द्वारा कार्यक्रम मंच पर गोंडी बोली में गीत गाकर समुदाय को शिक्षा के प्रति सन्देश दिया।