किसानों से धान खरीदी के लिए केन्द्रों में की गई है संपूर्ण व्यवस्था
सभी समितियों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है बारदाना
अम्बिकापुर, नवम्बर 2022/ अम्बिकापुर जनपद के उपार्जन केन्द्र खैरबार में शुक्रवार को जिला पंचायत सदस्य श्री राकेश गुप्ता एवं सरपंच श्रीमती बसंती मिंज की उपस्थिति में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की शुरुआत की गई। मानिक प्रकाशपुर निवासी किसान श्री अजीत राम धान विक्रय के लिए पहुंचे। धान खरीदी केंद्र में पहले ग्राहक के रूप में आये श्री अजीत राम को फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया।
कृषक ने बताया कि उनके द्वारा लगभग 15 क्विन्टल धान विक्रय करने के लिए केंद्र लाया गया है। विभागीय अधिकारियों के द्वारा उन्हें टोकन प्रदान करने से लेकर संपूर्ण सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही तत्काल धान की खरीदी की गई। अजीत ने बताया कि समिति के माध्यम से उन्हें बारदाना भी आसानी से प्राप्त हो गया। कृषक श्री अजीत ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उपार्जन केंद्रों में उपलब्ध कराई गई सुविधा की सराहना करते हुए समर्थन मूल्य में धान खरीदी कर उनकी मेहनत का वाजिब दाम दिलाने हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
ज्ञातव्य है कि कलेक्टर श्री कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में 1 नवम्बर से जिले के सभी 46 धान उपार्जन केन्द्रों में डिजिटल तराजू बाट की पूजा अर्चना के साथ ही समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ कर दिया गया है। धान खरीदी के प्रारम्भ होने से किसानों में धान विक्रय को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। किसानों को धान विक्रय करने में किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए कलेक्टर ने जिले के प्रशासनिक अमले को सुचारू धान खरीदी व्यवस्था के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। धान उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण कर अधिकारी निर्धारित प्रारूप में भौतिक सत्यापन कर रहे हैं जिससे किसानों को उपार्जन केन्द्रों में किसी तरह की समस्या न हो। जिले के कृषक प्रदेश सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए किए गए व्यवस्थाओं की सराहना कर रहे है।
अब तक 916 क्विंटल धान खरीदी- 1 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी में अब तक 8 उपार्जन केन्द्रों से 916 क्विंटल धान की खरीदी की गई है।
खैरबार उपार्जन केंद्र में धान विक्रय के समय जिला खाद्य अधिकारी श्री रविंद सोनी, तहसीलदार श्री भूषण मंडावी तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं किसान उपस्थित थे।