छत्तीसगढ़

कुपोषण दूर करने जिले में पोषण तुंहर द्वार की हुई नवाचारी पहल

अम्बिकापुर, नवंबर 2022/ महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बसंत मिंज ने बताया है कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में मुख्यमंत्री पोषण योजना चलाई जा रही है। जिले में उक्त योजना के अंतर्गत पोषण तुंहर द्वार प्रारंभ की गई है। एनीमिक हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं, एनीमिक शिशुवती महिलओं एवं 6 माह से 3 वर्ष तक के गंभीर कुपोषित बच्चों को लाभान्वित किया जाना है उन्हें गर्म पौष्टिक भोजन खिचड़ी एवं उबला अण्डा प्रदान करने की शुरूआत की जा रही है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गंभीर कुपोषित बच्चों को गर्म भोजन, पौष्टिक खिचड़ी एवं उबला अंडा दिया जा रहा है। एनीमिक गर्भवती और शिशुवती महिला की सास, आंगनबाड़ी केन्द्र या निर्धारित स्थल पर टिफीन में गर्म भोजन पौष्टिक खिचड़ी एवं अण्डा प्रदान किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत पोषण व्यवहार परिवर्तन में परिवार एवं समाज की भूमिका को मजबूत करने का प्रयास हो रहा है। जिले में इसके लिए मयारू सास तथा सुपोषण गोठ को महत्वपूर्ण मानकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। एनीमिक गर्भवती और शिशुवती महिला की सास या ससुर को जिम्मेदार बनाने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र अथवा निर्धारित स्थल से गर्म भोजन, पौष्टिक खिचड़ी एवं उबला अण्डा उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में विभिन्न परिवार के सदस्यों को गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं एवं गंभीर कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल की जा रही है। जनसमुदाय में एनीमिक गर्भवती, शिशुवती महिला और गंभीर कुपोषित बच्चों की देखभाल के लिए जागरूक किया जा रहा है।

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