छत्तीसगढ़

जिले को कुपोषण मुक्त जिला बनाने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध – कलेक्टर

पोषण पुनर्वास केंद्र में आने वाले माताओं को रोजगार हेतु दिया जायेगा प्रशिक्षण – अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती चंद्राकर

पोषण पुनर्वास केंद्र ‘‘स्नेह संबल’’ लोरमी में बच्चे 15 दिन में ही हुए स्वस्थ और तंदुरूस्त

कलेक्टर और जिला पंचायत अध्यक्ष ने बच्चों और उनके माताओं को उनके घर के लिए किया रवाना

नए बच्चों को फिर से पोषण पुनर्वास केंद्र में 15 दिन रखकर किया जायेगा सुपोषित

मुंगेली, नवम्बर 2022// जिले के नगर पंचायत लोरमी में जिला प्रशासन द्वारा संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र ‘‘स्नेह संबल’’ में अचानकमार क्षेत्र के 48 कुपोषित बच्चे 15 दिन में अपने माताओं के साथ रहकर सुपोषित, स्वस्थ और तंदुरूस्त हो गए। कलेक्टर श्री राहुल देव और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लेखनी सोनू चंद्राकर द्वारा अचानकमार क्षेत्र के इन स्वस्थ और तंदुरूस्त बच्चों को कल बच्चों के साथ रह रही उनके माताओं को प्रतिदिन 150 रुपए की दर से 15 दिनों की राशि 2250 रुपए का चेक, घर जाने के लिए वाहन व्यवस्था हेतु 300 रुपए, बच्चों के लिए स्वेटर, खेल सामग्री और पोषण किट प्रदान कर सभी को उनके घर के लिए रवाना किया। गौरतलब है कि बच्चों के कुपोषण और एनीमिया पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत नगर पंचायत लोरमी के नवनिर्मित सामुदायिक भवन में 10 नवंबर से पोषण पुनर्वास केंद्र ‘‘स्नेह संबल’’ का संचालन किया जा रहा है, जिसमें कुपोषित बच्चों को उनके माताओं के साथ 15-15 दिन रखकर सुपोषित किया जा रहा है।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिला प्रशासन द्वारा जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा क्षेत्र के कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए यहां पोषण पुनर्वास केंद्र प्रारंभ किया गया है, जिसमें बच्चों की उचित देखभाल, स्वास्थ्य परीक्षण और निर्धारित समय पर बच्चों को मानक अनुरूप पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। साथ ही बच्चों के साथ रहने वाले माताओं को भी भोजन के साथ उन्हें प्रतिदिन 150 रुपए की दर से राशि प्रदान की जा रही है। इस कार्य हेतु जनप्रतिनिधियों और जिले के नागरिकों का भी अपार सहयोग मिल रहा है। इसके लिए कलेक्टर ने सभी के प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया और अधिक से अधिक जिले के नागरिकों को इस अभियान में शामिल होने की अपील की। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि पोषण पुनर्वास केंद्र ‘‘स्नेह संबल’’ में बच्चों के साथ रहने वाले माताओं को आजीविकामूलक गतिविधियों में प्रशिक्षण देने की पहल भी की जायेगी, ताकि माताएं यहां से कुछ सीखकर जाएं और विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आय अर्जित कर आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। उन्होंने क्षेत्र के अधिक से अधिक कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर पोषण पुनर्वास केंद्र ‘‘स्नेह संबल’’ में रखकर सुपोषित करने की बात कही। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री गिरीश कुर्रे ने पोषण पुनर्वास केंद्र ‘‘स्नेह संबल’’ में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी। वहीं 15 दिवस तक बच्चों के साथ रह रहे माताओं ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यहां समय पर भोजन मिलता है, बच्चों की विशेष निगरानी रखी जाती है, उन्हें मानक अनुरूप पोषण आहार, स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जाता है। बच्चों के मनोरंजन हेतु खेल सामग्री भी उपलब्ध है। बच्चों का वजन भी बढ़ा है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री तीर्थराज अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर श्री नवीन भगत, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सुरेश कुमार सिंह सहित संबंधित अधिकारी और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *