संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के दिए निर्देश
जिला स्वास्थ्य समिति-शासी निकाय एवं कार्यकारी समिति की बैठक सम्पन्न
मुंगेली, नवम्बर 2022// कलेक्टर श्री राहुल देव की अध्यक्षता में आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति-शासी निकाय एवं कार्यकारी समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि जिले के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। इस अवसर पर उन्होंने जिले में संस्थागत प्रसव, गर्भवती महिलाओं की नियमित स्वास्थ्य जांच एवं बच्चों का टीकाकरण के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिले में मातृत्व एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए संस्थागत प्रसव आवश्यक है। इसके लिए ग्रामों में मितानिनों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करें। बैठक में उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के प्रकरण लंबित होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और संबंधितों को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के अवसर पर ही निर्धारित राशि प्रदान करने के निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार हेतु चल रहे अधोसंरचना विकास के कार्यों की जानकारी ली और उन्होंने अधोसंरचना विकास के कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत हितग्राहियों को लाभांवित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के सभी विकासखण्ड मुख्यालय में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) की समीक्षा की और एनआरसी केन्द्रों में क्षमता के अनुरूप कुपोषित बच्चों को भर्ती कर सुपोषित करने के निर्देश दिए। इसके पहले उन्होंने पूर्व बैठक के पालन-प्रतिवेदन के संबंध में जानकारी ली और जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिीनिक योजना, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, कुष्ठ, मलेरिया एवं अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम, मातृ एवं शिशु अंकेक्षण, आयुष्मान भारत एवं डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, कायाकल्प स्वस्थ अस्पताल योजना, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता एवं आवश्यकता, स्वास्थ्य मुख्यमंत्री अस्पताल विकास कोष के तहत अस्पताल उन्नयन, जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों एवं अधिकारियों की समय पर उपस्थिति, जिला गुणवत्ता निर्धारण समिति, साप्ताहिक आयरन फाॅलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम, मुख्यमंत्री धन्वतंरी योजना आदि योजनाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री तीर्थराज अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री देवेन्द्र पैकरा, आरईएस के कार्यपालन अभियंता श्री पी. के. शर्मा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री गिरीश कुर्रे, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक श्री एम. के. राय, जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी, सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी, सुपरवाईजर सहित महिला एवं बाल विकास, विद्युत यांत्रिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।