रायगढ़, नवम्बर 2022/ जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायगढ़ श्री रजनीश श्रीवास्तव के मुख्य आतिथ्य में आज शासकीय पालूराम धनानिया वाणिज्य एवं कला महाविद्यालय रायगढ़ में छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़ के निर्देशानुसार विधिक शिक्षा केंद्र द्वारा संविधान दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि श्री जितेंद्र कुमार जैन विशिष्ट जज एससी एसटी एक्ट रायगढ़, श्रीमती अंकिता अग्रवाल एडिशनल जज रायगढ़, कुमारी प्रांजली नेताम एडिशनल जज रायगढ़, कुमारी श्वेता ठाकुर एडिशनल जज रायगढ़ एवं सौरभ बारा सिविल जज रायगढ़ उपस्थित रहें।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायगढ़ श्री रजनीश श्रीवास्तव द्वारा संविधान की प्रस्तावना का पठन कराया गया। श्री श्रीवास्तव ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51(अ) मौलिक कत्र्तव्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार से इसके एक-एक शब्द में विस्तृत अर्थ समाहित है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि हमारे ही जागरुकता से समाज में परिवर्तन आ सकता है। साथ ही चाइल्ड हेल्प लाइन के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.भवानी प्रसाद यादव ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि श्री जितेंद्र कुमार जैन ने मोटर वाहन अधिनियम के महत्व तथा उससे जुड़े धाराओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हमें अपने कर्तव्य और अधिकारों के बारे में जानना होगा और उनके प्रति जागरूक होना होगा।
कार्यक्रम के अंत में संविधान दिवस के तत्वाधान में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायगढ़ श्री श्रीवास्तव ने प्रमाण-पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों के अलावा बड़ी संख्या में बी.ए.एल एल.बी. के छात्र-छात्रायें उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती हेमकुमारी पटेल ने की। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. प्रदीप शर्मा रहे।
स.क्र./116/ राहुल फोटो..1, 2
कलेक्टोरेट में अधिकारी एवं कर्मचारियों ने किया संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन
रायगढ़, 26 नवम्बर 2022/ संविधान दिवस के अवसर पर आज संयुक्त कलेक्टर श्री डी.आर.रात्रे ने जिला कार्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों को संविधान के प्रस्तावना का पठन कराया। उन्होंने संविधान के प्रति निष्ठा रखने तथा संविधान में प्रदत्त अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया।
उल्लेखनीय है कि डॉ.भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के प्रारूप निर्माण समिति के अध्यक्ष थे। भारतीय संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा में अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया है। इस अवसर पर जिला कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।