- सभी ग्राम पंचायतों के नवीन गौठानों में मल्टीएक्टिीविटी को बढ़ावा देने तथा महिला समूह को प्रशिक्षण देने के दिए निर्देश
- कलेक्टर ने सुराजी गांव योजना अंतर्गत कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य पालन, पशुपालन विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की
राजनांदगांव, दिसम्बर 2022। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुराजी गांव योजना के अंतर्गत कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य पालन, पशुपालन विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सुराजी गांव योजना शासन की फ्लैगशिप योजना है। इसके बेहतरीन क्रियान्वयन के लिए सभी संबंधित विभाग समन्वित तरीके से कार्य करें। गौठान में मल्टीएक्टिीविटी को बढ़ावा देने के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा पैरादान अभियान के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी ग्राम पंचायतों में गौठान का निर्माण किया जा रहा है। वहां समूह की महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट निर्माण एवं अन्य गतिविधियों का प्रशिक्षण दें। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किसानों के पंजीयन निर्धारित समय में पूर्ण होना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना की जानकारी ली। उन्होंने उद्यानिकी विभाग को गौठानों में व्यवस्थित तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए। वहां पौधरोपण, फेंसिंग, सामुदायिक बाड़ी जैसे कार्यों में गति लाने के लिए कहा। उन्होंने अंजोरा एवं कलकसा में किए जा रहे गेंदे की खेती के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सामुदायिक बाड़ी में हल्दी, जिमीकंद एवं विविध प्रकार की सब्जियां लगाने के कार्य में समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दें।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मत्स्य पालन विभाग सभी ग्राम पंचायतों में डबरी में तथा बायोफ्लॉक विधि से मत्स्य पालन गतिविधि से समूह की महिलाओं को जोडऩे के लिए कहा। कृषि विज्ञान केन्द्र की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि गौठानों में समूह की महिलाओं की मदद करें और उन्हें खेती-बाड़ी की नवीन पद्धति से अवगत कराएं। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा विकसित लौकी, तुरई, मशरूम जैसे सब्जी के साथ ही फलदार पौधे भी उपलब्ध कराएं। कलेक्टर ने पशु पालन विभाग को गौठानों में पशु दवाखाना, पशु शेड, कांजी हाऊस, नेपियर घास के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने पशु कल्याण समिति की बैठक लेने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार, उप संचालक कृषि श्री जीएस धुर्वे, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री राजेश शर्मा, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्रीमती गीतांजलि गजभिये, कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीरबल राजपूत, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
