छत्तीसगढ़

फोर्टिफाईड राईस के संबंध में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया

दुर्ग, दिसंबर 2022/ फोर्टिफाईड राईस के संबंध में 09 दिसंबर 2022 को कलेक्टर सभा कक्ष में जिला-दुर्ग, राजनांदगांव, एवं खैरागढ के राईस मिलर्स तथा खाद्य विभाग एवं छ.ग. राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें श्रीमती कस्तूरी पाण्डा, कार्यक्रम सहायक, विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा फोर्टिफाईड राईस के मैन्यूफैक्चरिंग प्रक्रिया, क्वालिटी पैरामीटर्स, लायसेंसिंग प्रक्रिया लेबलिंग पैकेजिंग प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। किसी खाद्य उत्पाद में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों वैज्ञानिक रूप से बढाने की प्रक्रिया को फोर्टिफिकेशन कहा जाता है। उसमें मिलाये जाने वाले पोषक तत्व, फोर्टिफिकेशन के महत्व के बारे में बताया गया। फोर्टिफाईड राईस की पहचान उसके उत्पादन के लिए अनिवार्य लायसेंस एवं एफ लोगो सर्टिफिकेट प्राप्त करने की प्रक्रिया, फोर्टिफाईड राईस की खरीदी व खरीदी के समय ध्यान देने योग्य बिन्दुओं से राईस मिलर्स को अवगत कराया गया। फोर्टिफाईड चावल से संबंधित मिथक जैसे- पकाने पर पोषक तत्व नष्ट हो जाना, स्वाद व गंध में बदलाव, इत्यादि के बारे में जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त बताया गया कि शासकीय उचित मूल्य के दुकान संचालकों द्वारा वितरण के समय कार्डधारकों को फोर्टिफाईड राईस के रख-रखाव, उसके लाभ एवं पकाने के तरीके से अवगत कराया जाये ताकि लोगों के स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति में सुधार किया जा सके ।

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