जमीन चिन्हांकन के अभाव में कोई भी स्वीकृत कार्य निर्माण होने से प्रभावित ना हो
- निर्माण कार्यों में संवेदनशीलता के आधार पर दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित करते हुए योग्यता के आधार पर कार्य में नियुक्त करें
– दुर्घटना जनित स्थलों का चिन्हांकन कर सुरक्षा का करें पुख्ता इंतजाम - अपने काम से अपना नाम स्थापित करने की दिशा में गुणवत्तापूर्ण कार्य करें
राजनांदगांव, दिसम्बर 2022। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज निर्माण कार्यों से जुड़े संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर जनहित और शासकीय प्रयोजन के लिए स्वीकृत सभी निर्माण कार्यों को समय-सीमा में हर हाल में पूर्ण करने निर्देशित किया है। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि हर एक निर्माण कार्य का विशेष महत्व होता है और जनहित और जन सरोकार से जुड़ा होता है। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने निर्माण कार्यों में तेजी लाने और समय पर पूरा करने कहा है। कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, आदिवासी विकास विभाग, नगरी निकाय सहित अन्य विभाग के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। बैठक में कुछ निर्माण कार्यों के समय पर पूरा नहीं होने को लेकर उन्होंने गहरी नाराजगी जाहिर की।
कलेक्टर ने कहा कि शासकीय प्रायोजन और जनहित के लिए निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जमीन अभाव अथवा जमीन चिन्हांकन के नाम पर निर्माण कार्यों में विलंब होना उचित नहीं है। कलेक्टर ने स्पष्ट करते हुए कहा कि संबंधित निर्माण कार्य के लिए अपने अनुभाग के अंतर्गत तहसीलदार से संपर्क कर जमीन चिन्हांकन कर, निर्माण कार्यों को हर हाल में शीघ्र पूर्ण कराएं। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि मानवीय संवेदना के आधार पर सभी प्रकार के निर्माण कार्यों में दिव्यांगता श्रेणी में शामिल युवाओं को अवसर मुहैया कराएं। कलेक्टर ने कहा कि इससे दिव्यांगजनों का मनोबल बढ़ेगा, साथ ही वे खुद के दम पर रोजगार और आय अर्जित कर सकेगा। कलेक्टर ने कहा कि योग्यता के आधार पर उन्हें आवश्यक रूप से हर निर्माण कार्य में काम पर रखें।
बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का जिले में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान स्वीकृत किए गए निर्माण कार्य और दिये गए निर्देश के पालन में किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिले के प्रवास के दौरान अनेकों सौगातें दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा किए गए सभी प्रकार के घोषणा के अनुसार निर्माण कार्यों को समय में पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर को गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर यथासंभव स्वीकृत कार्यों को प्रारंभ करें। कलेक्टर ने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में गौठान स्वीकृत किया गया है। वहां 17 दिसंबर से गौठान से संबंधित गतिविधियां का संचालन शुरू करें। जिन गौठानों का संचालन हो गया है, वहां इस तिथि से गोबर खरीदी का कार्य प्रारंभ करने कहा है। बैठक में कलेक्टर ने भू-अर्जन से संबंधित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए कहा कि संबंधित विभाग भू-अर्जन के अंतर्गत अधिकृत किए गए जमीन की दस्तावेज तैयार कर अपने विभाग के नाम पर जमीन रखें। उन्होंने कहा कि भू-अर्जन से प्रभावित सम्बन्धितों को राशि आहरित कर दी जाती है, लेकिन कुछ प्रकरणों में संबंधित जमीन को विभाग अपने नाम करने की कार्यवाही समय पर नहीं करता है। इससे आने वाले समय में शासकीय प्रायोजन में बाधा उत्पन्न होने की संभावना बनी रहती है। कलेक्टर ने बैठक में सभी निर्माण एजेंसियों को निर्देशित करते हुए कहा कि काम के साथ अपना नाम स्थापित करने के लिए भी उच्च गुणवत्ता के साथ कार्य करें। जिससे भविष्य में कोई भी निर्माण कार्य को देखकर अधिकारी के योगदान को स्मरण कर सकें। उन्होंने कहा कि कार्य में गुणवत्ता ही किसी भी निर्माण कार्य की पहचान होती है। इस बात का ध्यान रखते हुए उन्होंने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखना कहा है।
बैठक में कलेक्टर ने दुर्घटना जनित स्थलों का चिन्हांकन कर वहां जनहित और दुर्घटना रोकने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने कहा है। कलेक्टर ने कहा कि छोटी-छोटी चूक, बड़ी दुर्घटना का कारण बनती है। जनहानि होने से किसी परिवार का पूरा सब कुछ लुट जाता है। जिसकी भरपाई जीवन भर किया जाना संभव नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि ब्लैक स्पॉट स्थलों का चिन्हांकन करने के साथ ही निर्माण स्थलों पर भी आवश्यक सुरक्षा, सावधानी, सतर्कता के सभी प्रयास सुनिश्चित करें। बैठक में लोक निर्माण विभाग के श्री एसआर सिन्हा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री एसके वहाने, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, नगरीय निकाय, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।