छत्तीसगढ़

नागरिकों तक सहजता और सरलतापूर्वक सेवाएं पहुंचाना ही सुशासन-कलेक्टर श्री महोबे

सुशासन सप्ताह : प्रशासन गांव की ओर पर कार्यशाला आयोजित

कवर्धा, 23 दिसम्बर 2022। सुशासन सप्ताह प्रशासन गांव की ओर तहत आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। सुशासन सप्ताह का मुख्य उद्देश्य प्रशासन का गांव की ओर पहुंचना है तथा शासन द्वारा संचालित योजनाओं को ग्राम स्तर पर सभी व्यक्तियों तक पहुंचाना है। जिले में जनशिकायतों के समाधान और बेहतर सेवा वितरण के लिए गांव में शिविर और जन चौपाल के माध्यम से निराकरण करना है। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने विभाग द्वारा किए गए कार्यों और उपलब्धियों की जानकारी दी।
कलेक्टर श्री जन्मेजय ने जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि 19 से 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य शासन की योजनाओं को सुचारू रूप से गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है और उसका क्रियान्वयन करना है और उनकी शिकायत समस्या और मांगों को सुनकर दूर करना है। उन्होंने कहा की प्रशासन की पहुंच गांव के हर व्यक्ति तक होना चाहिए। शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए अनेक योजनाएं संचालित की गई है। जिसके क्रियान्वयन उन गांवों में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी कोई जनसामान्य अपनी मांग या शिकायत को लेकर आते हैं तो उनकी बातों को गंभीरता से सुनना चाहिए। जिससे सकारात्मक छवि बनती है और विश्वास बढ़ता है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा सप्ताह में पांच दिवस सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक कार्य दिवस घोषित किया गया है। सभी विभाग इस अवधि में कार्य के लिए लक्ष्य संधारित करते हुए उसे पूरा करें। इसके लिए यह जरूरी है कि हम ज्यादा से ज्यादा स्किल्स के साथ कार्य करें। सीमित संसाधनों में अधिक से अधिक कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी अपने साथ अधीनस्थ अधिकारियों को भी प्रेरित करें। अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य करना चाहिए।
कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि शासन की योजनाओं को प्रशासन द्वारा निचले स्तर पर पहुंचाने कार्य किया जा रहा हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हाट बाजार योजना, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषण के लिए कार्य, गोधन या योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी के माध्यम से गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और कृषि को मजबूत करने का तरीका है। शहरी क्षेत्र में स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज किया जा रहा है। धन्वंतरी योजना के तहत सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराए जा रहे हैं। धान खरीदी बड़ी मात्रा में हो रहे हैं। इसके अंतर्गत टास्क लेकर कार्य किया जा रहा है। सभी किसानों का पंजीयन कराना, जांच करना, इसके बाद समुचित तरीके से धान का क्रय करना सहित किसानों को राशि उपलब्ध कराए जा रहे हैं। राजीव गांधी कृषि न्याय योजना के तहत किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। वनांचल क्षेत्र में वन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता क्रय करने का कार्य किया जा रहा है। कवर्धा जिले में बड़ी मात्रा में कोदो, कुटकी, रागी का विक्रय समर्थन मूल्य में किया जा रहा है। जिले में गन्ना किसानों द्वारा गन्ना विक्रय किया जा रहा है जिससे बड़ी मात्रा में शुगर उत्पादन भी हो रहा है।
कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि सेवाएं गांव के निचले स्तर पर पहुंचना चाहिए। अगर इसमें कोई कमी आती है तो विभागों के द्वारा दूर करना चाहिए। नागरिकों द्वारा प्राप्त आवेदन राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, नामांतरण, बंटवारा, पेंशन से संबंधित कार्य, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, शिक्षा से संबंधित अनेक ऐसे छोटे-छोटे कार्यों को त्वरित निराकरण करना चाहिए। जन चौपाल में प्राप्त आवेदनों का निराकरण तत्काल किया जाना चाहिए गांव की समस्याओं को जानने के लिए शिविर का आयोजन करें। जिससे गांव की समस्या से अवगत होंगे और उसका निराकरण कर सकते हैं।

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