बीजापुर 09 जनवरी 2023- वर्तमान में कुपोषण एक गंभीर समस्या बन गई है। जिससे कुपोषण स्तर से निजात दिलाने हेतु शासन स्तर से कई ऐसी योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिससे कुपोषण को दूर करने में काफी योगदान प्रदाय की जा रही है। वर्तमान में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत आंगनबाडी केन्द्रो के माध्यम से संचालित किया जा रहा है मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के दौरान अतिरिक्त पौष्टिक आहार, मिल्ट चिक्की, अण्डा एवं गरम भोजन, प्रतिदिन सब्जी खाने को दिया जाता है, इन सब से आंगनबाडी केन्द्रों के हितग्राहियों को लांभावित किया जा रहा है।
एकीकृत बाल विकास परियोजना भैरमगढ़ के सेक्टर कोशलनार अंतर्गत आंगनबाडी केन्द्र बेंगलूर मे दर्ज बालक- बालिका का वजन प्रति दिवस लिया जाता है, इसी वजन के आधार पर बच्चों का कुपोषण स्तर को मापा जा सकता है। साथ ही कुपोषण से प्रभावित बच्चें का चिन्हांकन किया जाता है। इस दौरान लोकेश को कुपोषित बच्चें के रूप में आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती तारा यादव द्वारा चिन्हांकित किया गया। बालक लोकेश का जन्म 07 जून 2021 को हुआ था। जन्म के समय बालक का वजन 2.500 किग्रा था कुछ समय बाद से वजन पुनः लिया गया जिसमे बच्चे के वजन में कमी आई। जिससे बच्चा गंभीर कुपोषित के श्रेणी में आ गया । लोकेश की स्थिति को देखकर उनकी माता एवं परिजन परेशान हो गये। साथ ही कार्यकर्ता श्रीमती तारा यादव द्वारा बच्चें की स्थिति को देखने पश्चात बालक लोकेश को एनआरसी नेलसनार में 20 अगस्त 2022 को भर्ती कराया गया। पोषण पुर्नवास केन्द्र में 15 दिवस भर्ती के दौरान बालक के उचित देखरेख के साथ सुबह दूध, नाश्ता मिलता है दोपहर में खाना दाल सब्जी देते है। संतुलित आहार खान-पान सही तरीके से कराने की सलाह दी गई। 2 से 3 दिन के अंतराल में आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती तारा यादव द्वारा बालक लोकेश की हालचाल देखने पोषण पुर्नवास केन्द्र जाती थी। इस सब के दौरान बच्चें में काफी सुधार आया। गृहभेट के दौरान बालक लोकेश की माता को शीघ्र स्तनपान, 6 माह तक लगातार करना, साथ ही उपरी आहार व स्वच्छता, टीकाकरण के बारे में समय-समय पर जानकारी दी गई लोकेश की माता को कार्यकर्ता तारा यादव एवं सेक्टर पर्यवेक्षक श्रीमती बुटकी मौर्य के द्वारा समझाया गया। 15 दिवस बाद पोषण पुर्नवास केन्द्र से घर वापसी के बाद आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं मितानित द्वारा बच्चे की माता को घर पर ही पोषणबाडी तैयार करने को कहा गया। बालक की माता श्रीमती सिलदई को आंगनबाडी बेगलूर माध्यम से नियमित लाभांवित किया गया। इस दौरान माता एवं बच्चे को अतिरिक्त पौष्टिक आहार गरम भोजन, मिल्ट चिक्की, अण्डा से लाभांवित किया जा रहा है। इसी का सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है कि बालक लोकेश के वर्तमान समय में वजन 8.200 किग्रा है। जो सामान्य स्तर मे है आज अपने बच्चे की स्थिति मे सुधार को देखे हुए बच्चें के माता पिता और परिवार के सभी सदस्य ने सहानुभूति जताते हुए आभार व्यक्त करते है। पर्यवेक्षक श्रीमती बुटकी मौर्य एवं कार्यकर्ता श्रीमती तारा यादव को समझाईस दिया गया कि लोकेश की माता श्रीमती सिलदई के यहां गृह भेट कर लगातार खाना पाना को ध्यान देने को कहा गया है।
कलेक्टर एवं एसपी ने किया सवेंदनशील मतदान केन्द्र मोरमेड़ का औचक निरीक्षणसरपंच पद के लिए मोरमेड़ में हुआ मतदान
बीजापुर 09 जनवरी 2023- कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राजेन्द्र कुमार कटारा एवं पुलिस अधीक्षक श्री आंजनेय वाष्णैय ने अति संवेदनशील क्षेत्र मोरमेड़ के मतदान केन्द्र का औचक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान प्रेक्षक संयुक्त कलेक्टर श्री दुलीचंद बंजारे ने भी मतदान केन्द्र की व्यवस्था का जायजा लिया।
कलेक्टर ने मतदान अधिकारियों से मतदान की स्थिति महिला-पुरूष के मतदान की जानकारी सहित सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। ज्ञात हो कि सरपंच पद के लिए ग्राम पंचायत मोरमेड़ में उप चुनाव सम्पन्न हुआ जिसमें लोगों में चुनाव को लेकर उत्साह का माहौल देखने को मिला संवेदनशील क्षेत्र होने के बावजूद शांतिपूर्ण निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराया गया।
विधायक श्री विक्रम मंडावी ने सुदूर क्षेत्र बेंचरम में किया देवगुड़ी का लोकार्पण-सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल, आंगनबाड़ी जैसे विभिन्न बुनियादी सुविधाओं का दिया सौगात
गाजे-बाजे और पारंपरिक नृत्य के साथ हर्षोल्लास पूर्वक विधायक का ग्रामीणों ने किया स्वागत-
बीजापुर 09 जनवरी 2023- ग्राम पंचायत दरभा के आश्रित ग्राम बेंचरम में विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम शाह मंडावी के आगमन पर ग्रामीणों ने बाजे-गाजे एवं पारंपरिक नृत्य के साथ गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। विधायक श्री विक्रम मंडावी ने ग्राम बेंचरम में नवनिर्मित देवगुड़ी का लोकार्पण किया। वहीं सड़क, पुल-पुलिया सहित स्कूल, आंगनबाड़ी, हैंडपंप जैसे विभिन्न बुनियादी सुविधाओं का सौगात भी दिया। ग्रामीणों से भेंट-मुलाकात कर उनकी मांगों और समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना और मांगों को पूर्ण करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए। वहीं विभिन्न निर्माण कार्यों की स्वीकृति दी जिसमें ग्राम बेंचरम ने जर्जर स्कूल की समस्या सुनने पर त्वरित नया स्कूल भवन की स्वीकृति दी। खेल मैदान, स्कूल से 2 किलोमीटर दूरी तक मुरूम सड़क, नदी तट तक मावली पारा पहुंच हेतु एवं 1 किलोमीटर सड़क के साथ 2 बड़े एवं 2 छोटे पुलिया निर्माण, देवगुड़ी परिसर में तार फेंसिंग, सोलर हाई मास्ट, नवीन आंगनबाड़ी, पुराने आंगनबाड़ी का मरम्मत की स्वीकृति दी। वहीं ग्राम पंचायत दरभा में देवगुड़ी, 2 किलोमीटर तक सड़क, ग्राम पंचायत का भवन, छोटे तुमनार मूसापारा में आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु सब इंजीनियर को त्वरित स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए।
ग्राम बेंचरम ने देवगुड़ी निर्माण से ग्रामीणों में हर्ष और उल्लास का वातावरण देखने को मिला ग्रामीणों ने बड़े उत्साह के साथ देवगुड़ी निर्माण के लिए विधायक श्री विक्रम मंडावी को धन्यवाद दिया। देवगुड़ी निर्माण के संदर्भ में पूछे जाने पर गायता मासा वाचम ने कहा कि लंबे अरसे की मांग ग्रामीणों की थी जिसे विधायक ने पूरा किया। पेरमा मुन्ना वाचम ने कहा कि 20 वर्षों से ग्रामीण देवगुड़ी की मांग कर रहे थे वह आज पूरा हो गया ग्राम बेंचरम के सभी ग्रामीण बहुत खुश है। इसी तरह पुजारी पांडु वाचम, गांव के बुजुर्ग लखमू करमू, कुड़ियम पांडु ने भी देवगुड़ी के निर्माण कार्य पूर्ण होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
वहीं विधायक श्री विक्रम मंडावी ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार लगातार आदिवासी क्षेत्रों मे विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। जिसका प्रत्यक्ष फायदा लोगों को मिल रहा है। जिसमें देवगुड़ी निर्माण का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। आदिवासियों के देवी-देवता, पेन-पुरखा एवं संस्कृति और सभ्यता को संरक्षित करने देवगुड़ी निर्माण कराया जा रहा है। आदिवासीयों में देवगुड़ी का विशेष महत्व है और सभी प्रकार के मांगलिक कार्य, हर्ष और उल्लास का कार्य मेला मड़ई सहित सभी पर्व देवगुड़ी की पूजा अराधना से सम्पन्न होता है। आज इन्हे संरक्षित करके हमें बहुत खुशी मिल रही है। देवगुड़ी और मातागुड़ी का निर्माण कार्य जिले में जोर-शोर से चल रही है। जिसके निर्माण से ग्रामीण आदिवासी में खुशी का लहर है।
इसी तरह गायता, पेरमा, पुजारी को भी सरकार सात हजार रूपये सालाना प्रोत्साहन राशि के रूप में दे रही है। कोई भी गायता, पेरमा, पुजारी पंजीयन से छुट गया हो तो सचिव तत्काल उनका पंजीयन कराये।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुड़ियम, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती संतकुमारी मंडावी, श्री सोमारू राम कश्यप, जनपद अध्यक्ष श्री दशरथ कुंजाम, सरपंच कोंगपल्ली, ग्राम पंचायत गुदमा के सरपंच एवं ग्राम पंचायत दरभा के सरपंच श्री सुखराम सहित जिला पंचायत सीईओ श्री रविकुमार साहू, जनपद सीईओ श्री जे आर अरकरा सहित अधिकारी-कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
जन संवाद और समस्या निदान शिविर का करें आयोजन :- आई जी श्री सुंदरराज पी.संभाग के सभी जिलों से कानून और सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
बीजापुर 09 जनवरी 2023- सुरक्षा और कानून व्यवस्था के सम्बंध में आई जी श्री सुंदरराज पी. और प्रभारी कमिश्नर व कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने बस्तर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वनमंडलाधिकारी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की। बैठक में आई जी श्री सुंदरराज ने जनता की समस्याओं का निराकरण के लिए निरंतर जन संवाद और समस्या निदान शिविर का आयोजन पर जोर दिया। उन्होंने राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को साप्ताहिक बैठक कर क्षेत्र के समाज प्रमुखों, परगना प्रधान से सतत संवाद बनाए रखने के निर्देश भी दिए।
बैठक में शांति व्यवस्था के संबंध में सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी चर्चा की गई।बीजापुर जिले से कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा, पुलिस अधीक्षक श्री आंजनेय वाष्णैर्य सहित,सीईओ जिला पंचायत श्री रविकुमार साहू,अपर कलेक्टर श्री पवन कुमार प्रेमी, एसडीओपी श्री लेकाम,एसडीओ फारेस्ट श्री प्रकाश नेताम विडिओ कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
NRC के स्टाफ एवं माताओ के साथ हुई अति गंभीर कुपोषित बच्चो का सामुदायिक प्रबंधन कार्यक्रम पर चर्चा और दी गयी जानकारी
बीजापुर 09 जनवरी 2023- महिला एवं बाल विकास विभाग एवं वर्ल्ड विज़न इंडिया यूनिसेफ़ से श्रीमती सरिता देशमुख जिला समन्वयक जिला बीजापुर द्वारा मद्देड एवं भोपालपटनम के NRC के स्टाफ एवं कुपोषित बच्चो के माताओ के साथ CSAM के संबंध में विभिन्न विषयों पर चर्चा किया गया जिसमे सरिता देशमुख द्वारा बताया गया की शरीर के लिए आवश्यक सन्तुलित आहार लम्बे समय तक नहीं मिलना ही कुपोषण है। कुपोषण के कारण बच्चों और महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे वे आसानी से कई तरह की बीमारियों के शिकार बन जाते हैं। अत: कुपोषण की जानकारियाँ होना अत्यन्त जरूरी है। कुपोषण प्राय: पर्याप्त सन्तुलित अहार के आभाव में होता है।
कुपोषण के लक्षण
हर समय थकान महसूस करना और ऊर्जा की कमी होना
संक्रमणों से उबरने में लंबा समय लेना,घाव भरने में देरी चिड़चिड़ापन कमज़ोर एकाग्रता मे कमी लगातार दस्त होना।
विटामिन ए की कमी से बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में अभिभावकों को सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
आखिर क्या है यह कार्यक्रम?
सीएसएएम क्लिनिक में बच्चों के किस समूह का नामांकन होना चाहिए?
इस कार्यक्रम में बच्चों का नामांकन कैसे करें?
एनआरसी में किस समूह के बच्चों का नामांकन होना चाहिए?
बच्चों को सीएसएएम कार्यक्रम में कितने समय तक रहना होगा?
चिकित्सा जटिलताओं, भूख परीक्षण और एडिमा ।
जेड स्कोर क्या है? और इसकी गणना कैसे करें?
11 चरणों और सभी 9 दवाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
कुपोषण के प्रकार
कुपोषण के प्रमुख कारण
रेकॉर्डिंग और रिपोटिंग एवं भूमिका और जिम्मेदारी
CSAM कार्यक्रम में डिस्चार्ज के बाद फ़ॉलोअप उपकरण और आपूर्ति NRC में एडमिट सभी बच्चो की माताओ के साथ पोष्टीक भोजन बनाने के बारे में बताया गया ताकि 15 दिन के डिस्चार्ज के बाद भी बच्चा दोबारा कुपोषण की श्रेणी में ना आये और साथ हीं माता को 6 माह तक सतत स्तनपान और 7वें माह से स्तनपान के साथ ऊपरी आहार के बारे में जानकारी दी गयी..जिसमे NRC के
फीडिंग डिमांस्ट्रटर सुश्री कौशालिया गोयल और श्रीमती रंजीता मंडावी
स्टाफ नर्स सुश्री बबिता महापात्रे एवं श्रीमती रोहिणी काका
कुक सुश्री मनीषा लकड़ा और सुश्री नवीना एला और श्री अनंत कोड़े अटेंडर श्री गजेंद्र बोरका उपस्थित थे