हाट-बाजारों में क्लीनिक सुबह 9 से शाम 4 बजे तक खुलना चाहिए
समय सीमा के बाहर के सभी राजस्व प्रकरण को जल्द निपटाएं
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी ने दिए निर्देश
धमतरी, फरवरी 2023/ मुख्यमंत्री शहरी स्लम योजना के तहत जिन वार्डों में मोबाइल मेडिकल वैन पहुंचेगी, वहां अब आंगनबाड़ी के बच्चों और वार्ड की गर्भवती महिलाओं का एचबी टेस्ट कराया जाएगा। कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास को निर्देशित किया है कि बच्चे और गर्भवती महिलाओं को इन मोबाइल मेडिकल वैन में जांच के लिए अवश्य भेजें। उन्होंने सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को निर्देशित किया कि वे मुख्यमंत्री हाट-बाजार योजना के तहत क्षेत्र के बड़े हाट-बाजारों की सूची उपलब्ध कराएं, जिससे जरूरत के हिसाब से वहां मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक लगाया जाए। कलेक्टर ने यह भी सुनिश्चित करने कहा कि यह क्लीनिक सुबह नौ से शाम चार बजे तक लगा रहे। साथ ही चिरायु दलों द्वारा स्कूल, आंगनबाडियों की शत्-प्रतिशत बालिकाओं का हिमोग्लोबिन जांच भी किया जाए। कलेक्टर श्री रघुवंशी ने इसके अलावा सभी पोषण पुनर्वास केंद्रों में शत-प्रतिशत बेड ऑक्यूपेंसी पर जोर दिया, जिससे कि सभी गंभीर और मध्यम कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके। उन्होंने ’आपके द्वार आयुष्मान अभियान’ के चौथे चरण के तहत अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर छूटे हुए पात्र हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड पंजीयन/बनाने संबंधित विभागों को कहा है। दरअसल वे आज सुबह 11 बजे से समय सीमा की बैठक ले रहे थे।
कलेक्टरेट सभाकक्ष में आहूत बैठक में कलेक्टर ने समय सीमा से बाहर के राजस्व प्रकरणों को जल्द से जल्द निपटाने के सख्त निर्देश राजस्व अमले को दिया है। साथ ही ज़िला शिक्षा अधिकारी को यह सुनिश्चित करने कहा है कि लक्षित छठवीं से बारहवीं तक के सभी पात्र बच्चों का जाति प्रमाण पत्र जल्द से जल्द बनाया जाए। बताया गया कि शिक्षा सत्र 2022-23 में अब तक 65 हजार 331 में से 57 हजार 300 का जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है। कलेक्टर ने ज़िले के सभी विशेष पिछड़ी जनजाति और वन अधिकार पत्रधारी हितग्राहियों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत प्राथमिकता से रोजगार दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही उनके लिए व्यक्तिमूलक कार्य भी लेने पर बल दिया। इन परिवारों को राशन कार्ड जारी हो गया है, यह भी सुनिश्चित करने कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश बैठक में दिए हैं। ज़िले के 65 हजार 137 पशुपालकों में से 14 हजार 383 पशुपालक ने गोबर खरीदी में पंजीयन कराया है। कलेक्टर ने पंजीयन भी बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि अधिक से अधिक पशुपालकों को गोधन न्याय योजना के तहत लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत एफएचटीसी निर्माण की समीक्षा की। कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ने बताया कि एक सप्ताह में 836 एफएचटीसी बनाए गए हैं याने प्रतिदिन 119 एफएचटीसी निर्मित किए गए हैं।
कलेक्टर ने आज की बैठक में सभी आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, आश्रम-छात्रावासों में रनिंग वाटर की आपूर्ति संबधी जानकारी जल्द से जल्द संबंधित विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी मुख्य नगरपालिका अधिकारी को शहरी क्षेत्र के आंगनबाड़ियों का दौरा कर व्यवस्था का जायजा लेने और सप्ताह में दो बार वार्ड का भ्रमण कर साफ-सफाई की स्थिति पर निगाह रखने के निर्देश बैठक में दिए हैं। उन्होंने इस मौके पर समय-सीमा के विभिन्न विभागों में लंबित प्रकरणों की बारिकी से समीक्षा करते हुए सभी को इसका गुणवत्तापूर्वक निराकरण करने कहा है। बैठक के अंत में कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को शासन की योजनाओं को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने के लिए निर्देशित किया, जिससे अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके। इस मौके पर नव पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत श्रीमती रोक्तिमा यादव, वनमण्डलाधिकारी श्री मयंक पाण्डे, अपर कलेक्टर श्री चन्द्रकांत कौशिक सहित सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, ज़िला स्तरीय अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आदि उपस्थित रहे।