छत्तीसगढ़

जिले के गौठानों में एकत्र पैरा का किया जा यूरिया उपचार

राजनांदगांव 10 फरवरी 2023। जिले में मुख्यमंत्री के आव्हान पर व्यापक रूप से किसानों द्वारा पैरादान किया जा रहा है। विगत कई दिनों से सक्रिय गौठानों में एकत्र पैरा का यूरिया उपचार किया जा रहा है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में पैरादान के लिये किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा एवं पैरा के सुरक्षित रखरखाव की व्यवस्था की जा रही है। जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार के नेतृत्व में सभी जनपदों में किसानों से पैरा संग्रहण किया जा रहा है। किसानों में इसके लिये उत्साह है। पैरा को पशुओं के चारे के लिये स्वास्थ्य वर्धक बनाने हेतु जिले में गौठानों में एकत्र पैरा को यूरिया उपचारित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में पहली बार पैरा यूरिया उपचार किया जा रहा है। जिले में पशुधन विकास विभाग एवं कृषि विभाग के समन्वय से गौठान से जुड़े हुए अमले, गौठान समिति, स्वसहायता समूह की महिलाओं, सचिव, सरपंच को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अभी तक बढ़भेड़ी, जंगलेश्वर, झीका, साल्हे झिटिया, बफरा, नादिया, फिरगी, अमलीडीह, बोरी, बघेरा, जयसिंहटोला, उपरवाह आदि गौठान में पैरा यूरिया उपचार प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण का आयोजन किया जा चुका है।
उपचारित धान पैरा से लाभ-
पैरा यूरिया उपचार करते समय अमोनिया गैस उत्पन्न होती है, जो कि पैरा में विद्यमान तत्व ऑक्जेलेट से क्रिया कर ओनियम ऑक्जेलेट बनाकर ऑक्जेलेट को निष्क्रिय कर देता है तथा शरीर में विद्यमान व उत्पादित हो रहे कैल्शियम का नाश नहीं होता है। जिससे पशु की हडिडयां, दांत, कार्य करने की क्षमता, दुग्ध उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृध्दि होता है। सिलिका का कसैलापन भी यूरिया के साथ क्रिया से नष्ट हो जाता है, जिससे पैरा स्वादिष्ट हो जाता है, जिसे पशु रूचि से खाते हैं। यूरिया उपचारित चारे को पशु आहार में सम्मिलित करने से दाने में कमी की जा सकती है, जिससे दुध उत्पादन की लागत कम हो सकती है। बछड़े को यूरिया उपचारित चारा खिलाने से उनका वजन तेजी से बढ़ता है तथा वे स्वस्थ रहते हैं। पशुधन विभाग की श्रीमती ममता मेश्राम ने बताया कि यूरिया उपचारित भूसा खाने में नरम व स्वादिष्ट होने के कारण पशु इसे खूब चाव से खाते हैं तथा इसे बर्बाद नहीं करते हैं। यूरिया उपचारित चारे से दुग्ध उत्पादन की लागत को कम किया जा सकता है। यूरिया उपचारित भूसे को कम लागत पर साल भर उपलब्ध कराया जा सकता है। गर्मी के समय अन्य चारों की कमी को उपचारित भूसे से पूर्ण किया जा सकता है।

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