छत्तीसगढ़

प्रशासन तुंहर द्वार के हर आवेदन के निराकरण पर हो रहा कार्य, हर आवेदनों के निराकरण को स्वयं देख रहे कलेक्टर

9 शिविरों में 2334 आवेदन आये, इनमें अधिकांश का मौके पर ही निराकरण, ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगाये जा रहे शिविर
  • नगरीय निकायों में बुनियादी समस्याओं के निराकरण के लिए शिविरों का रोस्टरवार हो रहा आयोजन दुर्ग, फरवरी 2023/ प्रशासन तुंहर द्वार अभियान अंतर्गत जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में और नगरीय निकायों में शिविर के माध्यम से जनसमस्या दूर करने का कार्य चल रहा है। इन शिविरों की खासियत यह है कि शिविर में आने वाले सभी आवेदनों का निराकरण किया जा रहा है। हर आवेदन कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र मीणा स्वयं देख रहे हैं। हर सप्ताह होने वाली समीक्षा बैठक में इनके निराकरण की स्थिति पर समीक्षा की जा रही है। आवेदनों के निराकरण का स्तर गुणवत्तापूर्ण हो, इसके लिए आवेदनों के विभागीय अधिकारियों के निराकरण के बाद इसे एसडीएम देख रहे हैं और अंतिम रूप से कलेक्टर। इस संबंध में आयोजित किये जाने वाले जिला स्तरीय शिविरों में कलेक्टर स्वयं जाकर आवेदनों के निराकरण की प्रकृति देख रहे हैं।

हफ्ते भर पहले होती है मुनादी, उस दिन भी लिये जाते हैं आवेदन- जिन गाँवों में प्रशासन तुंहर द्वार अंतर्गत शिविर का आयोजन होना होता है वहां पूर्व से ही मुनादी कराई जाती है। ग्रामीण शिविर से सप्ताह भर पहले आवेदन दे देते हैं इनका निराकरण शिविर लगने से पूर्व ही कर दिया जाता है और मंच से ही सभी आवेदनों के निराकरण के लिए की गई कार्रवाई की जानकारी दे दी जाती है। शिविर के दिन भी आवेदन लिये जाते हैं।

9 शिविरों में सवा दो हजार से अधिक आवेदन आये- प्रशासन तुंहर द्वार अंतर्गत हर महीने जिला स्तर पर और ब्लाक स्तर पर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। अब तक 9 शिविरों में सवा दो हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं। हर एक आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण की स्थिति परखी जा रही है और इसके लिए नियमित रूप से समीक्षा बैठक हो रही है। सारे आवेदन वेबसाइट में अपलोड किये जाते हैं और समीक्षा बैठक में एक-एक आवेदनों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा की जाती है ताकि आवेदक पूरी तरह से संतुष्ट हो सकें।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी तहसीलवार कैंप का आयोजन- जिला एवं ब्लाक स्तरीय आवेदन ग्रामीण क्षेत्र में तो लगाये ही जा रहे हैं। तहसीलवार आवेदन भी आयोजित किये जा रहे हैं। धमधा एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि अभी तक उनके अनुविभाग में तहसीलवार प्रशासन तुंहर द्वार का आयोजन हो रहा है। अभी तक धमधा तहसील में लगाये गये शिविर में 193 आवेदन, अहिवारा में 378 और बोरी तहसील में 40 आवेदन आए जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निराकरण किया गया। पाटन अनुविभाग में एसडीएम श्री विपुल गुप्ता ने बताया कि प्रशासन तुंहर द्वार अभियान अंतर्गत राजस्व, खाद्य विभाग से अधिक प्रकरण आये जिनमें अविलंब कार्रवाई की गई। दुर्ग एसडीएम श्री मुकेश रावटे ने बताया कि आवेदनों के प्रभावी निराकरण पर अविलंब कार्रवाई की जा रही है।

दुर्ग में 455 आवेदन आये, भिलाई में 612 आवेदन- प्रशासन तुंहर द्वार अंतर्गत नगरीय निकायों में भी शिविर लगाये जा रहे हैं। शिविरों में मूलतः पेंशन, आयुष्मान कार्ड, श्रम पंजीयन, राशन कार्ड, पट्टा आदि के आवेदन अधिक संख्या में आ रहे हैं जिन्हें मौके पर ही हल करने की कार्रवाई की जा रही है। दुर्ग में 455 आवेदन आये हैं जिन्हें निराकृत करने की कार्रवाई की जा रही है। भिलाई में भी प्रशासन तुंहर द्वार अभियान अंतर्गत शिविरों का आयोजन किया जा रहा है इसमें अब तक विभिन्न शिविरों में 612 आवेदन आ चुके हैं इसमें 520 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है और शेष के निराकरण पर कार्रवाई की जा चुकी है। भिलाई चरौदा निगम में अब तक प्रशासन तुंहर द्वार अभियान अंतर्गत 15 शिविरों का आयोजन हो रहा है।

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