छत्तीसगढ़

जिले को मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त करने के लिए लगातार किया जा रहा कार्य

  • जिले के मोतियाबिंद से पीडि़त दोनों आंखों के कुल 632 मरीजों का किया गया नि:शुल्क शतप्रतिशत सफल ऑपरेशन
  • जिले के एक आंख के 2 हजार 820 मोतियाबिंद मरीजों का किया गया नि:शुल्क सफल ऑपरेशन
  • 1 हजार 959 लोगों को नि:शुल्क चश्मा कराया गया उपलब्ध
    राजनांदगांव, फरवरी 2023। अंधत्व एवं अल्पदृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत छत्तीसगढ़ को मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त राज्य बनाने के क्रम में कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देशन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कुमार बसोड़ के मार्गदर्शन में सघन सर्वेक्षण किया गया तथा चिन्हित मोतियाबिंद मरीजों का इलाज लगातार जारी है। जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री भूमिका वर्मा के सहयोग से जिले को मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त कराने के लिए सघन सर्वेक्षण उपरांत चिन्हित मोतियाबिंद मरीजों का सफल ऑपरेशन किया जा रहा है। जिससे दोनों आंखों के मोतियाबिंद होने वाले अंधत्व को रोका जा सके। जिले के छुरिया विकासखंड में 162, डोंगरगांव विकासखंड में 42, डोंगरगढ़ विकासखंड में 339 तथा घुमका में 89 मरीजों के दोनों आंखों के कुल 632 मोतियाबिंद से पीडि़त लोगों का शतप्रतिशत ऑपरेशन मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव, जिला चिकित्सालय राजनांदगांव, क्रिश्चन फेलोशीप राजनांदगांव एवं उद्याचल धर्माथ नेत्र चिकित्सालय राजनांदगांव के सहयोग से नि:शुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। जिले में चिन्हित एक आंख के मोतियाबिंद मरीजों की संख्या 3 हजार 63 थी जिनमें से 2 हजार 820 रोगियों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। शेष बचे 243 मरीजों का इस माह के अंत तक ऑपरेशन करा लिया जाएगा।
    जिले में दोनों आंखों के मोतियाबिंद मरीजों का ऑपरेशन हो जाने के कारण जिले को मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त जिला घोषित करने हेतु ग्रामवार समीक्षा की जाएगी। जिस गांव के सभी मोतियाबिंद मरीजों का ऑपरेशन पूरा किया जा चुका है। उस गांव के सरपंच, स्वास्थ्यकर्ता एवं नेत्र सहायक अधिकारी द्वारा मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त ग्राम घोषित करने हेतु प्रमाण पत्र लिया जा रहा है। अब तक 673 ग्राम में से 617 ग्राम से प्रमाण पत्र लिया जा चुका है। इसके उपरांत ग्राम की सूची को सेक्टरवार चिन्हित करते हुए विकासखंड के समस्त सेक्टर के मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त प्रमाण पत्र मिलने पर तहसीलदार एवं खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा मोतियाबिंद मुक्त विकासखंड घोषित किया जाएगा। इसी तरह जिले के सभी विकासखंड के मोतियाबिंद मुक्त होने पर कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मोतियाबिंद दृष्टिहीनता मुक्त जिला घोषित किया जाएगा। इसकी सूचना राज्य कार्यक्रम अधिकारी को प्रेषित की जाएगी तथा इसकी पुष्टि दूसरे जिले के दल द्वारा की जाएगी।
    अंधत्व एवं अल्पदृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम अंर्तगत जिले में 769 स्कूलों के 74 हजार 425 छात्र एवं छात्राओं का नेत्र परीक्षण किया गया। जिसमें से 833 बच्चों के रिफरेक्टिव एरर पाये जाने पर जांच उपरांत जिला अंधत्व नियंत्रण समिति राजनांदगांव द्वारा चश्मा उपलब्ध कराया गया है। साथ ही जिले में 40 वर्ष से अधिक के 1959 लोग जिन्हें नजदीक से पढऩे लिखने में या बारीक काम करने में तकलीफ होती थी उन्हें नजदीक का चश्मा उपलब्ध कराया गया है।

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