छत्तीसगढ़

शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व रोजगार के क्षेत्र में विशेष ध्यान देते हुए कार्य करने की जरूरत – कलेक्टर

  • जिले को क्षय मुक्त जिला बनाने कलेक्टर ने बनाया प्लान, बने निक्षय मित्र, क्षय रोग के एक मरीज का कराएंगे उपचार
  • तंबाकू नियंत्रण पर की जा रही सार्थक कार्रवाई
  • स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ाया जाएगा संसाधन
  • आयुष्मान कार्ड बनाने में लाएं प्रगति
  • कलेक्टर ने ली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक
    राजनांदगांव, मार्च 2023। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गहनता समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व रोजगार क्षेत्र पर विशेष ध्यान देते हुए लगातार कार्य किया जा रहा है। अच्छा स्वास्थ्य जीवन को आसान और खुशहाल बनाता है। हर व्यक्ति स्वस्थ रहे और स्वास्थ्यगत व्याधियों से दूर रहे। सभी स्वास्थ्य अधिकारी अपने दायित्वों में सेवा भाव को शामिल करते हुए मरीजों के साथ अपनी संवेदनशीलता का परिचय देना सुनिश्चित करें।
    कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध संसाधनों और सेवाओं की जानकारी ली। स्वास्थ्य केंद्रों में कमियों के आधार पर उन्होंने इसे दूर करने के लिए पूरे प्रयास करने का भरोसा दिया। बैठक में कलेक्टर ने स्वास्थ्य सेवा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों सेवाओं एवं योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ नागरिकों को मिले और नागरिक स्वस्थ जीवन जिए। इसके लिए विभागीय अमला संवेदनशीलता के साथ अपनी कर्तव्यों का निर्वहन सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना महत्वपूर्ण योजना है, हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य की गारंटी बनती है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा सेंटरों में आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य को प्राथमिकता दें। कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित अधिकारी से कहा कि इस कार्य में उदासीनता होने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने 15 मार्च तक प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण स्तर पर जन जागरूकता कार्यक्रम के साथ-साथ अस्पतालों में सुविधा और सेवा सुनिश्चित करने कहा है। उन्होंने कुपोषण मुक्ति की दिशा में कुपोषित बच्चे का चिन्हांकित कर आरसी सेंटर में उपचार और सुपोषित आहार की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा है।
    गौरतलब है कि कलेक्टर श्री सिंह लगातार शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व रोजगार सृजन के क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देते हुए जिले को सुदृढ़ जिला बनाने की ओर अग्रसर है। कलेक्टर के प्रयासों से अंधत्व निवारण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। जिले में अब तक 2995 मरीजों का चिन्हांकन कर उनका मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन किया गया है। इसी प्रकार शैक्षणिक संस्थाओं के आसपास तंबाकू नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्रवाई जारी है। जिले में तंबाकू नियंत्रण पर 875 प्रकरण तैयार किए गए हैं। इसके तहत 1 लाख रूपए से अधिक की चालानी कार्रवाई की गई है। कलेक्टर ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अब जिले को निक्षय जिला बनाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने इस दिशा में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए निक्षय मित्र बनाए जाने पर सहमति दी है। इसके तहत वे स्वयं भागीदार बनते हुए निक्षय मित्र बने हैं। निक्षय मित्र के तहत क्षय रोग के उपचार के लिए खर्च होने वाले प्रतिमाह 500 रूपए वे स्वयं वहन करेंगे। निक्षय मित्र बनने के लिए जिले के अन्य अधिकारियों ने भी अपनी सहमति दी है। निक्षय मित्र किसी भी एक क्षय रोग के मरीज की उपचार की खर्च की राशि वहन करेंगे। सामान्यतरू क्षय रोग का उपचार 6 माह तक होता है। जिसकी प्रतिमाह लगभग 500 रूपए खर्च होता है।

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