कवर्धा, 27 मार्च 2023। कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा में विगत शुक्रवार को को एक दिवसीय अनुसूचित जाति के ग्रामीण युवाओं, महिला एवं पुरूषों के उद्यमिता विकास एवं कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परषिद्, नई दिल्ली एवं पादप कार्यिकी कृषि जैव रसायन औषधीय एवं संगंध विभाग, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कबीरधाम जिले के ग्राम घोठिया, झलका एवं नेवारी के 75 युवाओं, महिला एवं पुरूषों को प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ. येमन देवांगन, द्वारा प्रशिक्षणार्थियो को औषधीय एवं संगंध फसलों की वैज्ञानिक खेती, समन्वित कृषि प्रणाली, जैसे-लेमनग्रास, सिट्रोनेला, पामारोजा, गिलोय, पुदीना, ब्राम्ही, अश्वगंधा, सर्पगंधा, नीम, तुलसी, अदरक, हल्दी, खस, बच की उन्नत खेती की तकनीक, औषधीय महत्व, विभिन्न तैयार होने वाले उत्पादों, बाजार की उपलब्धता एवं मूल्य संवंर्धित सामाग्री जैसे-इत्र, साबुन, अगरबत्ती बनाने का जीवंत प्रदर्शन कर दिखाया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कृषिरत कृषकों, महिलाओं एवं युवाओं की आय में वृद्धि करना है। तत्पश्चात वैज्ञानिक डॉ. एलिस तिर्की, द्वारा छत्तीसगढ़ में पान खेती की उन्नत कृषि तकनीक एवं संभावनाओं पर प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रक्षेत्र नेवारी में समन्वित कृषि प्रणाली अंतर्गत, पशुपालन, मुर्गीपालन, मछलीपालन, बटेर पालन इकाई का भ्रमण कराया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. बी.पी. त्रिपाठी द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण कर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
प्रशिक्षण में भाग लिये प्रशिक्षणार्थियों को अतिथियो द्वारा प्रमाण पत्र एवं औषधीय पौधे प्रदाय किये गये एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गईं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. बी. पी. त्रिपाठी, प्रशिक्षण समन्वयक श्रीमति राजेश्वरी साहू, विषय वस्तु विशेषज्ञ, उद्यानिकी, श्री बी. एस. परिहार, विषय वस्तु विशेषज्ञ एवं इंजी. टी. एस. सोनवानी, विषय वस्तु विशेषज्ञ उपस्थित थे।