छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का विस्तार करते हुए जिले के चिन्हांकित 63 पारा, टोले के बच्चों को मिल रहा अब हर दिन गरम पका भोजन

कलेक्टर ने सुदूर वनांचल क्षेत्र के खासरपानी, खुर्सीकछार और बंधियाखार में पहुंचकर गरम पका पोषण आहार का किया निरीक्षण

कवर्धा, 18 अप्रैल 2023। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र के छुटे हुए पारा, मोहल्ले और मजरा टोले के बच्चो, गर्भवती व शिशुवती माताओं को उनके स्थान पर गरम पका पोषण आहार देने की अभिनव पहल से कुपोषण के खिलाफ जंग में प्रभावशाली कदम जारी है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने 11 अप्रैल को जिले के चिन्हांकित 63 पारा माहेल्ले और विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति और आदिवासी बाहुल क्षेत्रों में इस अभियान की शुरुआत की। इन सभी पारा मोहल्ले और मजरा टोले के बच्चों को मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गरम पका पोषण आहार दिया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर श्री महोबे ने आज पंडरिया विकासखंड के सुदूर वनांचल क्षेत्र के मजरा टोला खासरपानी, खुर्सीकछार और बंधियाखार में पहुंचकर वहां दिए जाने वाले गरम पका पोषण आहार का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अपने हाथों से बच्चों को गरम पका भोजन पोषण थाली में परोसा। गरम पका सुपोषण थाली में गरम चांवल, दाल, हरी सब्जी आदि शामिल किया गया।
कलेक्टर श्री महोबे ने अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जारी किया गया यह अभिनव पहल लगातार चलना चाहिए। बच्चों और गर्भवती माताओं को प्रतिदिन गरम भोजन मिलना चाहिए। इसके साथ ही रेडी टू ईट का वितरण भी नियमित रूप से होना चाहिए। कलेक्टर ने इस पहल के साथ बच्चों को सफाई के बारे में अवगत कराने के लिए सफाई अभियान हाथ धुलाना जैसे विभिन्न कार्यक्रम करने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने सभी टोलों में कुपोषित बच्चों और एनेमिक महिलाओं की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि गांव में ऐसे कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित करे जिन्हे एनआरसी की जरूरत है। उन पर विशेष ध्यान देते हुए इसे दूर करने कार्य करें। इस अवसर पर पंडरिया एसडीएम श्री डी.आर डाहिरे, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद तिवारी सहित जनप्रतिनिधि, ग्रामीण उपस्थित थे।

कलेक्टर ने बच्चों के माता-पिता और ग्रामीणों से चर्चा कर इस अभिनव पहल की ली फीडबैक

कलेक्टर श्री महोबे ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जारी की गई इस अभिनव पहल के संबंध में बच्चों के माता-पिता और वहां के निवासियों से चर्चा कर फीडबैक लिया। ग्रामीणों ने कहा कि इस अभिनव पहल से हमारे बच्चों को यही गरम पोषण आहार मिल रहा है। बच्चों के स्वस्थ्य और पोषण के संबंध में मन में चिंताएं दूर हुई है। इससे बच्चों और गर्भवती माताओं के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही थी। कलेक्टर ने कहा कि कुपोषण को दूर करने की यह पहल लगातार जारी रहेगा। बच्चों और गर्भवती माताओं को उचित देखभाल और गरम पूरक पोषण आहार से कुपोषण को दूर करना है।

कलेक्टर ने टोला के निवासियों को मिल रही सुविधा और आवश्यकताओं की ली जानकारी

कलेक्टर ने मजरा टोला मे पहुंचकर वहां के निवासियों से चर्चा कर मिल रही सुविधा और आवश्यकताओं की जानकारी ली। खासरपानी टोला के निवासियों ने बताया कि उन्हें अपने घर आने के लिए ग्राम दमगढ़ से खासरपानी नाला को पार करना पड़ता है, जिससे बारिश के दिनों में आवागम बाधित होता है। कलेक्टर ने नाला में पुल निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने कहा कि पेयजल के उचित व्यवस्था के लिए जल जीवन मिशन के तहत कार्य किया जा रहा है। उन्होंने वहां के निवासियों से स्वास्थ्य संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अवश्यकता होने पर जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया जाएगा। बधियाखार के निवासियों ने लो वोल्टेज की समस्या के संबंध में जानकारी दी। कलेक्टर ने विद्युत विभाग को निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने वनांचलवासियों के मांग पर कैंपा योजना अंतर्गत कराए जा रहे कार्यो को मजदूरों के माध्यम से कराने के लिए वन विभाग को निर्देश दिए। जिससे वहां के स्थानियों को रोजगार मिल सके।

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का हुआ विस्तार

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कबीरधाम जिले में 1 वर्ष से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त पोषण आहार दिया जा रहा है। जिसमें जिले के विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति बाहुल परियोजनाओं को शामिल गया है। इसके अलावा सुपोषण अभियान के तहत 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को अतिरिक्त पोषण आहार, रेडीटूईट और समय-समय पर स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जा रही है। इसके बावजूद भी जिले के वनांचल क्षेत्रों में कई ऐसे पारे टोले बसाहटें है, जिसमें आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी खोले जाने के लिए आवश्यक जनसंख्या मापदण्ड पूरा नहीं करने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्र खोला नहीं जा सकता है, लेकिन ऐसे पारे टोलों में भी आंगनबाड़ी केन्द्रों के हितग्राही 0 से 6 वर्ष के बच्चे, गर्भवती माताएं, शिशुवती माताएं होती है, जो कि आईसीडीएस की सेंवाओ से वंचित है, ऐसे बसाहटों को भी पोषाहार सेवा का लाभ दिए जाने कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का विस्तार किया गया है। जिले में सुपोषण अभियान के तहत् सतत् कार्य किया जा रहा है। जिला खनिज न्यास निधि का एक बेहतर उपयोग कर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कुपोषित बच्चों एवं महिलाओं को आंगनबाड़ी के माध्यम से गरम भोजन प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।

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