छत्तीसगढ़

गौमूत्र खरीदी में रायगढ़ पूरे प्रदेश में टॉप पर

4 गौठानों में 14 हजार लीटर गोमूत्र की हुई खरीदी
कलेक्टर श्री सिन्हा लगातार कर रहे योजना की समीक्षा
गोमूत्र से बना रहे जैविक कीटनाशी ‘ब्रम्हास्त्र’ और वृद्धिवर्धक ‘जीवामृत’

रायगढ़, 28 अप्रैल 2023/ जैविक कृषि को बढ़ावा देने गौठानों में होने वाले गौमूत्र खरीदी में रायगढ़ जिला पूरे प्रदेश में टॉप पर है। रायगढ़ में अब तक 14  हजार 154 लीटर गौमूत्र खरीदा जा चुका है। जिससे जैविक कीटनाशी ब्रह्मास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत तैयार किया जा रहा है।
     कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने पशुपालन विभाग को गौमूत्र की खरीदी बढ़ाने और इससे तैयार उत्पाद जैसे ब्रम्हास्त्र एवं जीवामृत के उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हुए हैं। जिसका परिणाम रहा कि गो मूत्र खरीदी में जिला पूरे प्रदेश में अव्वल है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के पहल पर प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गौठानो में वर्मी कंपोस्ट निर्माण के साथ हरेली त्यौहार के दिन गौमूत्र खरीदी की शुरुआत की गई है। जिसके बाद से ही रायगढ़ जिले के गौठानो में भी महिला समूहों के माध्यम से गौ मूत्र खरीदी की जा रही है। गौ मूत्र से कीटनाशी ब्रह्मास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत जैसे जैविक उत्पाद तैयार किया जा रहा है।
4 गौठानों में हो रही खरीदी
रायगढ़ जिले में फिलहाल 4 गौठानो में गोमूत्र खरीदी की जा रही है। इसमें रायगढ़ ब्लॉक के बनोरा गौठान, पुसौर के सूपा गौठानए लैलूंगा के रूडूकेला गौठानए धरमजयगढ़ के नवापारा (गड़ाईनबहरी) गौठान में गोमूत्र की खरीदी की जा रही है। जिसमें बनोरा में 6095 लीटरए सूपा में 4316 लीटर, रुदेकेला में 1657 लीटर और नवापारा में 2086 लीटर सहित जिले में कुल 14 हजार 154 लीटर गौमूत्र खरीदा गया है। इनसे कुल 3829 लीटर जैविक कीटनाशी ब्रह्मास्त्र और 200 लीटर जैविक वृद्धिवर्धक जीवामृत बनाया गया है।
जैविक कृषि के लिए मिल रहा विकल्प, अतिरिक्त आय भी
गोमूत्र खरीदी से किसानों को दोहरा लाभ मिल रहा है। एक ओर गो मूत्र विक्रय कर उन्हें अतिरिक्त आय हो रही है। वहीं गोमूत्र से तैयार उत्पादों से किसानों को जैविक कृषि के लिए विकल्प मिल रहा है।

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