छत्तीसगढ़

शासन के नियमों का पालन करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग के हित के लिए आवश्यक व्यवस्था करना सुनिश्चित करें – छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू

  • जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य सुगमतापूर्वक होना चाहिए
  • पेंशन हितग्राहियों को केवाईसी अद्यतन की जानकारी सीधे दें
  • विभागवार अन्य पिछड़ा वर्ग को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में की समीक्षा
  • छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की प्रथम बैठक
    मोहला, मई 2023। छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की प्रथम बैठक ली। अध्यक्ष श्री साहू ने कहा कि शासन के नियमों का पालन करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग के हित के लिए आवश्यक व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य सुगमतापूर्वक होना चाहिए और इस प्रक्रिया को सरलीकृत कर सकते हैं। जनसामान्य को जाति प्रमाण पत्र के लिए भटकना न पड़े इसके लिए विशेष रूप से कार्य करने की जरूरत है। लोक सेवा केन्द्र से बन रहे जाति प्रमाण पत्र की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से प्राप्त आवेदनों को नियमानुसार शीघ्र निराकरण करें। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए क्रीमीलेयर के निर्धारित मापदण्डों का पालन करें। शासकीय द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी वर्ग के कर्मचारियों के वेतन एवं कृषि से आय की संगणना नहीं किये जाने एवं पटवारी द्वारा आय के संबंध में पृथक-पृथक विवरण के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनाया जाये। उन्होंने विभागवार अन्य पिछड़ा वर्ग को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में समीक्षा की। जिससे नागरिकों को इसकी जानकारी मिल सके और लोग इसका समय रहते लाभ उठा सके। समाज कल्याण विभाग द्वारा दिये जा रहे दिव्यांगों को कृत्रिम पैर, ट्रायसायकिल, बैसाखी और बुजुर्गों को दिये जा रहे पेंशन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिनकी पेंशन की राशि नहीं आई है उसका कारण संबंधित हितग्राहियों को बताने कहा। केवाईसी अद्यतन करने की जानकारी संबंधित हितग्राहियों को बताना आवश्यक है। जिससे उनको समय पर पेंशन एवं अन्य सुविधाएं मिल सके। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष श्री आरएन वर्मा, सदस्य श्रीमती किरण सिन्हा, सदस्य जीव-जन्तु बोर्ड श्री संजय जैन, कलेक्टर श्री एस जयवर्धन, सचिव छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग श्री वीरू कुमार साहू उपस्थित थे।
    अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने सभी विभागों से अन्य पिछड़ा वर्ग को शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। श्री साहू ने मछुआ सहकारी समितियों की जानकारी लेते हुए कहा कि मछलीपालन कर रहे किसानों का केसीसी बनना चाहिए। इसके लिए विभाग तत्पता से कार्य करें। शासकीय योजनाओं के तहत अनुदान प्राप्त करने वाले व्यक्ति ऋण लेता है उनको किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके लिए बैंकों की बैठक लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऋण के संबंध में किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने क्रेडा विभाग द्वारा किसानों को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। खेत में लगे सोलर पैनल और केबल, पंप को समय-समय में जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि वारंटी समय में खराब होता हैं तो उसको बदलकर नया दिलाने के लिए कहा। उन्होंने किसानों से सीधा संपर्क कर उनकी समस्या जानने और उसका समाधान शीघ्र करने के निर्देश दिए।
    उपाध्यक्ष श्री आरएन वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुसार लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए योजनाएं बनाई गई है। जिसका लाभ लोगों को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने विभाग से संबंधित चल रहे शासन की योजनाओं का बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स, दीवाल लेखन के माध्यम से प्रचार-प्रसार करें। जिससे लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिले और उसका लाभ ले सके।
    कलेक्टर श्री एस जयवर्धन ने कहा कि यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। किसानों के केसीसी के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इसका शीघ्र निराकरण कर लिया जाएगा। उन्होंने किसानों को केसीसी का लाभ दिलाने की बात कही। इसके लिए अगले सप्ताह बैंकर्स की बैठक लेकर इसका निराकरण करने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि जिले केरूरल इंडिस्ट्रीयल पार्क सरखेड़ा में गोबर पेंट का यूनिट लगाया गया है। जिसमें समूह द्वारा 1 हजार लीटर गोबर पेंट का उत्पादन कर लिया गया हैं। साथ ही फ्लाई ब्रिक्स और मसाला, अचार, बड़ी, पापड़ सहित अन्य उत्पादन भी रीपा के अंतर्गत किया जा रहा है और शासन की योजनाओं से समूह की महिलाओं को जोड़ा जा रहा है।
    पंचायत एवं विकास विभाग के नोडल अधिकारी श्री हेमंत ठाकुर ने बताया कि जिले के प्रत्येक विकासखंड में 2-2 रीपा केन्द्र संचालित हैं। जिसमें से एक रीपा केन्द्र में गोबर पेंट का यूनिट चालू किया गया है और दो रीपा केन्द्र में प्रस्तावित है। रीपा योजना के तहत फ्लाई ऐश ब्रिक्स निर्माण, बोरी निर्माण, बुनकर इकाई, वेल्डिंग वर्क शॉप, कारपेंटर वर्क शॉप, तार फैसिंग, फ्लैक्स प्रिंटिंग, दोना पत्तल का काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि मुर्गी पालन, पशुपालन, सामुदायिक बाड़ी का कार्य जैसी हितग्राही मूलक योजनाओं में अन्य पिछड़ा वर्ग को लाभान्वित किया जा रहा है। वहीं महिला स्वसहायता समूह भी लाभान्वित हो रही हैं। एसडीएम डॉ. हेमेन्द्र भुआर्य ने बताया कि जाति प्रमाण पत्र बनाने में जनसामान्य रिकार्ड एवं दस्तावेज प्रस्तुत कर रहे हैं और किसी तरह की दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग से समन्वय करते हुए बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री श्रीकांत दुबे ने अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को दिये जा रहे छात्रवृत्ति के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि, अपर कलेक्टर प्रेमलता चंदेल, संयुक्त कलेक्टर श्री आरपी आचला सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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