छत्तीसगढ़

ग्रामीणों के लिए रोजगार का महत्वपूर्ण जरिया बना रीपा

*गोबर पेंट की बिक्री से 2.15 लाख और नमकीन मिक्चर की बिक्री से 76 हजार रुपए का मिला शुद्ध लाभ*

          गौरेला पेण्ड्रा मरवाही, 15 जून 2023/ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) ग्रामीणों के लिए रोजगार का मुख्य जरिया बन गया है। जिले में 6 ग्राम पंचायतों में रीपा संचालित है। गौरेला विकासखंड के ग्राम पंचायत धनौली में संचालित रीपा केंद्र में गोबर पेंट इकाई श्री बालाजी युवा समिति (राजीव युवा मितान क्लब) द्वारा संचालित किया जा रहा है। इनके द्वारा अब तक 2800 लीटर गोबर पेंट की बिक्री की जा चुकी है। गोबर पेंट का उत्पादित मूल्य 3 लाख 23 हजार रुपये और विक्रय मूल्य 5 लाख 38 हजार है। इस तरह से उन्हे 2 लाख 15 हजार रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। इसी केंद्र में नॉन बोवेन कैरी बैग, दोना पत्तल, कोदो प्रसंस्करण इकाई एवं वनोपज संग्रहण एवं प्रसंस्करण इकाई संचालित है। साथ ही गौठान में बतख पालन, मुर्गी पालन, अंडा उत्पादन इकाई, बकरी पालन, बटेर पालन, खरगोश पालन एवं वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन इकाई संचालित है। 

गौरेला विकासखंड के ग्राम पंचायत पतरकोनी के रीपा केंद्र में संतोषी महिला स्व सहायता समूह द्वारा नमकीन मिक्चर इकाई का संचालन किया जा रहा है। इनके द्वारा अब तक 1650 किलोग्राम मिक्चर उत्पादन कर 2 लाख 55 हजार रुपए की बिक्री की जा चुकी है। उत्पादन लागत घटाने के बाद उन्हे 76 हजार 538 रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ है। इसी केंद्र में वंदना पुरुष समूह द्वारा मसाला निर्माण इकाई संचालित किया जा रहा है। इनके द्वारा भी मसाला बिक्री से लाभ अर्जित किया जा रहा है। पतरकोनी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में कॉमन सर्विस सेंटर (ग्राहक सेवा केन्द्र), हॉलर मिल एवं पलाईएस ब्रिक्स इकाई भी संचालित है, जहां ग्रामीणों को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध हो रहे है।

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