हिन्दू,सनातन धर्मीयों की आस्था/ भावना को ठेस पहुंचाने वाली व भगवान श्री राम को अपमानित करने वाली फिल्म आदि पुरुष के निर्देशक निर्माता संवाद लेखक ड्रेस डिजाइनर सहित वितरक सेंसर बोर्ड तथा प्रदर्शित सिनेमाघरों के विरुद्ध जुर्म पंजीबद्ध हो – मनोज सिंह ठाकुर
रायपुर- छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के सदस्य अधिवक्ता मनोज सिंह ठाकुर ने आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर से मिलकर, शिकायत दिया है कि हाल ही में निर्मित व प्रदर्शित फिल्म आदि पुरुष महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण तथा गोस्वामी तुलसीदास जी रचित श्रीरामचरितमानस जैसे महान ग्रंथों से ली गई कथा है जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी माता सीता ,भैया लक्ष्मण, राम भक्त श्री हनुमान तथा रावण मेघनाथ,विभीषण जैसे महान चरित्र हैं,आदि पुरुष फिल्म में श्री राम जी, माता जानकी, राम भक्त हनुमान सहित रामायण के सभी चरित्रों से छेड़छाड़ करते हुए निम्न स्तर का फूहड़, अश्लील वस्त्र आभूषण वाला फिल्म बना दिया गया है उक्त फिल्म में रामायण की कथा तथा हिंदू धर्म के सनातनी ग्रंथों की कथाओं के साथ भी छेड़छाड़, काटछांट किया गया है रामायण में वर्णित वेशभूषा के साथ भी छेड़छाड़ करते हुए श्री राम जी सहित माता सीता जी की वेशभूषा में काफी बदलाव किए गए हैं माता सीता जी के वस्त्र को इतने कम और लघु कर दिए गए हैं कि वस्त्र अश्लीलता की श्रेणी में आती है जो माता सीता जी का अपमान है जिससे माता सीता जी के करोड़ों भक्तों की आस्था एवं भावनाओं को ठेस पहुंची है हनुमान जी के सवाद में घोर निम्नता बरती गई है भगवान श्री राम जी का बाण अमोघ होता है उनके चरित्र को भी गिरा कर दिखाए गए हैं युद्ध के दृश्य को भी मनगढ़ंत बनाए गए हैं रामायण के अनुसार रात्रि में युद्ध नहीं होता था रात्रि में युद्ध दिखाया गया है विभीषण के गृह में दिखाई गई दासी का परिधान अरश्लील दिखाया गया है कुल मिलाकर कथा का सत्यानाश कर दिया गया है साथ ही रावण वरदान, संजीवनी बूटी, जटायु प्रसंग विभीषण प्रसंग, लक्ष्मण प्रसंग आदि को भी तोड़ मरो़ कर मनगढ़ंत रूप से प्रस्तुत किया गया है जिसे निर्माता निर्देशक द्वारा फिल्म में जानबूझकर किया जाना स्वीकार किया गया है जो मेरे सहित देश-विदेश में रहने वाले करोड़ों हिंदुओं सनातनी व राम भक्तों तथा रामायण के प्रति श्रद्धा रखने वालों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है इस प्रकार उक्त आदि पुरुष के रूप में रामायण की कथा चरित्र वेशभूषा तथा भगवान श्री राम जैसे महान चरित्र का अपमान घोर निंदनीय है जो मेरे सहित देश-विदेश के करोड़ों सनातन धर्मावलंबियों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है अता भारतीय दंड विधान की धारा 298 सहित अन्य धाराओं में फिल्म के निर्देशक निर्माता ओम राऊत एवं अन्य निर्मातागण गण भूषण कुमार, कृष्ण कुमार प्रसाद सुतार संवाद लेखक डिज़ाइनर वितरक ए.ए. फिल्मस, यू वी क्रियेशन,सहित सेंसर बोर्ड वह प्रदर्शित सभी सिनेमाघरों के विरुद्ध जुम्मा पंजीबद्ध कर कार्रवाई किया जावे
भवदीय
मनोज सिंह ठाकुर (अधिवक्ता) सदस्य छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल