कवर्धा, 12 जुलाई 2023। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देशानुसार जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं चाईल्ड लाईन 1098 की संयुक्त टीम द्वारा बाल अधिकार संरक्षण के लिए जिले में निरंतर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जिला प्रशासन के संयुक्त टीम द्वारा कैलास नगर कवर्धा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चों की उपस्थिति रही। बच्चों को किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015, लैगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, बाल अधिकार संरक्षण, एकीकृत बाल संरक्षण कार्यक्रम मिशन वात्सल्य के तहत् जिला बाल संरक्षण समिति, विशेष किशोर पुलिस इकाई, जिला बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति, शासकीय बाल गृह, विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण, प्रवर्तकता, पोषण देखरेख एवं पश्चातवर्ती देखरेख कार्यक्रम, पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं योजना एवं चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 की विस्तृत जानकारी दी गई।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री सत्यनारायण राठौर ने सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों, भिक्षावृत्ति, नशावृति, बाल श्रम, अपशिष्ट संग्रहण में लिप्त बच्चों को समाज के मुख्यधारा में जोड़ने संचालित मिषन-वात्सल्य योजना एवं बच्चों से जूड़े विभिन्न कानूनों में प्रावधानों तथा ऐसे बच्चों के चिन्हांकन रेस्क्यू एवं पुर्नवास की प्रक्रिया को विस्तार से बताया। सुश्री मोदिता गुप्ता सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने बच्चों को शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की देष में गरीब, शिक्षा से वंचित बच्चों को निरुशुल्क शिक्षा देने के लिए लागू किया गया है। इस अधिनियम के तहत 6 से 14 वर्ष के बच्चों अनिवार्य स्कूली शिक्षा निःशूल्क प्राप्त करने का अधिकार है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में खूब आगे बढ़ने कई तर्क देकर बच्चों को प्रोत्साहित किया। श्रीमती सुमन धुर्वे प्रचार्या शासकीय हाई स्कूल कैलाष नगर कवर्धा ने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अच्छी आदते, व्यवहार एवं विद्यार्थी जीवन में अनुसाशन का महत्व बताते हुए कहा कि जीवन को आनंदपूर्वक जीने के लिए विद्या और अनुशासन दोनों आवश्यक हैं।
आउटरिच वर्कर श्रीमती श्यामा धुर्वे ने बच्चों को मोबाइल के मोह से बाहर निकलने के उपाय बताए उन्होंने कहा कि अगर हम अनुशासन में रहें और अपनी दिनचर्या में ज्यादा समय व उर्जा शिक्षा के साथ-साथ व्यायाम खेल तथा शारिरीक गतिविधियों में लगाते है, तों हमें किसी भी प्रकार का लत नहीं लग सकता है। श्रीमती नितीन किशोर वर्मा आउटरिच वर्कर ने पॉक्सो एक्ट की विस्तृत जानकारी देते हुए बच्चों को सेफ टच अनसेफ टच के बारे में बताये हुए जागरूक किया। उन्होंने बताया कि हमें कहीं भी अनसेफ टच महसुस हो चूप नहीं रहना हैं अगर अकेले हैं तो जोर से आवाज करते हुए वहां से चले जाना है और आप जिसपर विश्वास करते हैं उन्हें जरूर बताये इस तरह शोषण के शिकार होने से बचा जा सकता है। कार्यक्रम के दौरान जिला बाल संरक्षण इकाई, टीम मेंम्बर चाईल्ड लाईन 1098 एवं शासकीय हाई स्कूल कैलाश नगर कवर्धा के स्टॉफ, शिक्षक-शिक्षिकाएं व 101 बच्चें उपस्थित थे।