छत्तीसगढ़

कलेक्टर श्री सिन्हा के छत्तीसगढिय़ा अंदाज से सहज होकर जनसामान्य बता रहे अपनी समस्याएं

कलेक्टर ने बीमा की राशि सरिता को अतिशीघ्र दिलाने एलबीओ को दिए निर्देश  
नन्हें तरूण ने सुनाया पहाड़ा, कलेक्टर ने दिया अपना पेन
आयोजित जनचौपाल में विभिन्न मांगों एवं शिकायतों के 96 आवेदन हुए प्राप्त

रायगढ़, 31 जुलाई2023/ कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की छत्तीसगढ़ी बोली में का होगे दाई, दीदी, सियान जैसे संबोधन के साथ बातचीत का सरल अंदाज जन चौपाल में पहुंचे जन सामान्य को सहज महसूस कराता हैं। यहीं कारण है कि लोग अपनी समस्याओं को सहजता के साथ रख रहें हैं। कलेक्टर श्री सिन्हा भी उनके समस्याओं को सुन त्वरित निराकरण के प्रयास के साथ अधिकारियों को शीघ्र निराकरण के निर्देश देते हैं, ताकि जन सामान्य की समस्याओं का अविलंब निराकरण हो सके। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्री राजीव पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती रेखा चन्द्रा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
             गौरतलब है कि कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा जिले के जनसामान्य की समस्याओं को सुनने एवं निराकरण के लिए प्रति सोमवार जनचौपाल का आयोजन किया जाता हैं। आज आयोजित जन चौपाल में जब मोदी पारा रायगढ़ निवासी श्रीमती सरिता निषाद अपने दोनों बच्चों के साथ पहुंची तो कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि दीदी का समस्या हे, छत्तीसगढ़ी में बातचीत से सहज होते ही श्रीमती निषाद ने बताया कि उनके पति ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में बीमा करवाया था, लेकिन पति के मृत्यु के पश्चात् बीमा की राशि नहीं मिली है। उन्होंने बीमा राशि दिलवाने की मांग हेतु आवेदन दी। कलेक्टर श्री सिन्हा ने एलबीओ को बैंक से बात कर आवेदन के निराकरण का निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि उन्हें उनके बीमा की रकम मिल जायेगी। इस दौरान उन्होंने बच्चे से बात करते हुए छत्तीसगढ़ी में पूछा कि तोर नाम का हे अऊ कोन से क्लास में पढ़त हस, बच्चे ने बताया मोर नाम तरुण निषाद हे आऊ में चौथीं क्लास में पढ़थो। बच्चे ने कलेक्टर श्री सिन्हा को पहाड़ा सुनाकर बताया जिससे खुश होकर कलेक्टर श्री सिन्हा ने अपना पेन दिया, बच्चों द्वारा पुस्तकों की मांग पर उन्हें पुस्तक भी प्रदान किया।
            इसी तरह ग्राम-कलमी के रमेश कुमार साहू प्रसुति योजना का लाभ दिलाये जाने के संबंध में आवेदन लेकर आये थे। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी कंचन देवी का डिलीवरी के उपरांत भगिनी प्रसुति योजना के तहत आवेदन किया था। जबकि आवेदन सही होने पर भी यह लाभ नहीं मिल पाया है। इसी तरह कोसमनारा के तुलेश्वर साहू मजदूरी रकम दिलाने के संबंध में आवेदन लेकर आये थे। उन्होंने कहा कि दिलीप कुमार द्वारा मकान निर्माण कराया गया था। जिसमें मैं और मेरे कई साथी श्रमिक मजदूरी के रूप में कार्य किये थे। काम कराने के बाद दिलीप कुमार द्वारा हमारा बकाया मजदूरी भुगतान को नहीं दे रहा है। कलेक्टर ने श्रम पदाधिकारी रायगढ़ को उक्त आवेदन पर शीघ्र जांच करते हुए योजना का लाभ दिलाए जाने के निर्देश दिए।
4-5 माह से निराश्रित पेंशन नहीं मिलने से हो रही परेशानी को लेकर कोतरा रोड रायगढ़ निवासी लक्ष्मीन बाई निषाद आवेदन लेकर आयी थी। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि निराश्रित पेंशन के अलावा आय को कोई अन्य साधन नहीं है जिसके चलते जीवन-यापन में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह कैदीमुड़ा के रसिक लाल सिदार भी निराश्रित पेंशन दिलाये जाने के संबंध में आवेदन लेकर आये थे। उन्होंने कहा कि जनगणना सर्वे सूची में नाम होने के बावजूद भी मेरा निराश्रित पेंशन के लिए कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। उम्र दराज होने पर एवं कही दूसरे जगह कार्य नहीं कर पाने के कारण जीवन-यापन में कठिनाई हो रही है। कलेक्टर श्री सिन्हा ने उप संचालक समाज कल्याण विभाग एवं नगर निगम को आवेदन पर शीघ्र कार्यवाही करते हुए निराश्रित पेंशन का लाभ दिलाये जाने के निर्देश दिए।
           इसी प्रकार जनचौपाल में पेंशन, राशन, राजस्व, चिकित्सा, पेयजल, भू-अर्जन, विद्युत, शिक्षा, वनअधिकार पत्र, पेंशन, श्रम, राशन आदि से संबंधित कुल 96 आवेदन प्राप्त हुए थे। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने जिला स्तरीय अधिकारियों को प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण के निर्देश दिए।

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