छत्तीसगढ़

मिनी राईस मिल के जरिये सोमारी ने बदली अपने परिवार की तकदीर

बिहान योजना से मिनी राईस मिल खोलकर ग्रामीणों को दे रही हैं धान मिलिंग की सुविधा जगदलपुर 28 अगस्त 2023/ जिले के बस्तर ब्लॉक अंतर्गत तारागांव निवासी सोमारी मौर्य ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की सहायता से गांव में ही मिनी राईस मिल खोलकर अब आर्थिक रूप से सक्षम बनकर अपने परिवार की तकदीर बदल चुकी हैं। सोमारी बताती हैं कि बिहान योजना से जुड़ने के बाद समूह के सदस्यों के साथ सामूहिक बैठक, चर्चा और आपसी बचत की दिशा में सीख मिली, वहीं आजीविका गतिविधियों के संचालन के लिए प्रेरित हुई। समूह से होने वाले लाभ के बारे में जानने-समझने का अवसर मिला और छोटी-छोटी ऋण लेकर समय पर चुका देना और अपनी आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने में ध्यान दी। जिससे वह परिवार की छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए मदद देने लगी। इसके पश्चात वह बैंक लिंकेज की सहायता से गांव में ही मिनी राईस मिल स्थापित कर ग्रामीणों को धान मिलिंग की सुविधा उपलब्ध करवा रही हैं।
       सोमारी ने बताया कि समूह का जब बैंक लिंकेज हुआ तो अपने स्वयं के लिए अच्छा सा व्यवसाय शुरू करने का मन बनाया। वहीं इस बारे में स्व सहायता समूहों के क्लस्टर बैठक के दौरान अपने सोच को साझा कर इस बारे में सलाह भी ली। इस बैठक में गांव में संचालित दुकानों एवं विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के सम्बंध में पूछा गया और गांव तथा समीपवर्ती गांवों के ग्रामीणों की जरूरतों के मद्देनजर स्थानीय स्तर पर मिनी राईस मिल स्थापित करने का मार्गदर्शन मिला। सोमारी ने इस बारे में घर के सदस्यों को भी अवगत कराया तो वे भी इस सम्बंध में सहमत हो गये। अब सोमारी परिवार का सम्बल मिलने से स्वयं के लिए व्यवसाय स्थापित करने जुट गई। सोमारी ने इस दिशा में समूह के बैंक लिंकेज का 50 हजार रुपये ऋण लेकर व्यवसाय सम्बन्धी 3 दिवसीय प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। इसके पश्चात सोमारी ने अपने घर पर ही मिनी राईस मिल स्थापित कर किसानों और ग्रामीणों के धान का मिलिंग शुरू कर दिया। इससे ग्रामीणों को भी स्थानीय स्तर पर धान मिलिंग की सुविधा मिल रही है और समीप के गांवों के लोग भी सोमारी के मिनी राईस मिल के जरिये धान कुटाई से लाभान्वित हो रहे हैं। सोमारी अपनी इस मिनी राईस मिल का समुचित संचालन कर हर महीने 8 से 10 हजार रुपये आमदनी अर्जित कर रही हैं और अपने दो बेटे एवं एक बेटी की पढ़ाई पर ध्यान दे रही हैं। वहीं अपने पति के खेती-किसानी कार्य के लिए भी मदद प्रदान कर परिवार को खुशहाली की ओर अग्रसर कर चुकीं हैं।

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