छत्तीसगढ़

नेत्रदान पखवाड़े का समापन 8 सितंबर को केंद्रीय विद्यालय बिजापुर मे नेत्रदान महादान विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन  

बीजापुर 11 सितंबर 2023- 25 अगस्त से 8 सितंबर तक नेत्रदान पखवाडे का आयोजन किया गया है जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा चित्रकला एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया छात्र-छात्राओं को चित्रकला एवं रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया गया नेत्रदान करने के फायदे बताए गए नेत्रदान एक पुण्य का काम है जिसे मृत्यु होने के बाद ही दिया जाता है विद्यालय के प्राचार्य अजीत कुमार विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे अंधत्व निवारण समिति बीजापुर द्वारा इस आयोजन समाज में जागरूकता लाने के  उद्देश्य किया गया नेत्र सहायक अधिकारी मनीषा देवांगन द्वारा नेत्रदान पखवाड़े  का सफल आयोजन किया गया

राजस्व विभाग के तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु आवेदनों के परीक्षण उपरांत दावाआपत्ति आमंत्रित
29 सितंबर दावाआपत्ति के लिए अंतिम तिथि निर्धारितबीजापुर 11 सितम्बर 2023- राजस्व विभाग के अंतर्गत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी, सहायक ग्रेड -03, स्टेनो टायपिस्ट, भृत्य अर्दली, चौकीदार, फर्राश के रिक्त पदों की पूर्ति हेतु आवेदन आमंत्रित किया गया था। उक्त आवेदनों का अवलोकन उपरांत दावाआपत्ति 29 सितम्बर 2023 तक आमंत्रित किया गया है। विस्तृत जानकारी के लिए जिले के वेबसाईट www.bijapur.gov.in  पर एवं जिला कार्यालय के सूचना पटल में भी उपलब्ध है।

अनुसूचित जनजाति स्मॉल बिजनेस योजना से जिले के आदिवासी युवा व्यवसायी हो रहे है सशक्त

अंत्यावसायी विभाग से ऋण प्राप्त कर गंगालूर मे युवा नवीन हेमला ने बढ़ाया अपना व्यापार
बीजापुर 11 सितम्बर 2023- जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित बीजापुर के द्वारा शासन के विभिन्न ऋण योजनाओं से जिले के पात्र युवकों का चयन कर उनके व्यापार व्यवसाय में मदद की जाती है जिससे जिले के युवा व्यवसायी आर्थिक रूप से सशक्त और मजबूत हो रहे है। ऐसे ही एक युवा व्यवसायी गंगालूर निवासी नवीन हेमला की कहानी है। नवीन बताते हैं कि गंगालूर में ही उनका एक छोटा सा चप्पल-जूते का दुकान था, आर्थिक रूप से सक्षम नही होने के कारण दुकान एवं व्यवसाय को बढ़ाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। तभी कार्यालय जनपद पंचायत बीजापुर से अत्यांवसायी विभाग अंर्न्तगत ऋण सुविधा की जानकारी हुई फिर कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर व्यवसाय को बढ़ाने हेतु आवेदन दिया गया। नवीन हेमला को अनुसूचित जनजाति स्मॉल बिजनेस योजना अर्न्तगत 3 लाख रूपए की ऋण स्वीकृत हुआ। ऋण प्राप्त करने के पश्चात दुकान के लिए पर्याप्त मात्रा में समान खरीदा और बिक्री भी अच्छी हो रही है। जिससे प्रतिमाह लगभग 12 हजार की आमदनी हो जाती है। नवीन ने व्यापार बढ़ाने और आर्थिक मजबूती प्रदान के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।

प्राकृतिक आपदा से पीड़ितो के 2 वारिसों को 8 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत
बीजापुर 11 सितम्बर 2023-  कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र (6)4 के तहत् प्राकृतिक आपदा पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है। जिसके अंतर्गत सर्पदंश से मृत्यु के 1 प्रकरण में मृतक नवीन गोटा के निकटतम वारिस उनकी पत्नि श्रीमती अनिता गोटा एवं नदी में डुबने से मृत्यु के 1 प्रकरण में मृतक मदन माड़वी के निकटतम वारिस उनकी पत्नि श्रीमती कोशी माड़वी प्रत्येक को 4-4 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। उक्त स्वीकृत आर्थिक सहायता राशि का भुगतान संबंधित हितग्राहियों के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से किये जाने के निर्देश संबंधित तहसीलदार को दिए गए हैं।

खरीफ वर्ष 2023-24 हेतु आवेदन 31 अक्टूबर 2023 तक
बीजापुर 11 सितम्बर 2023- खरीफ वर्ष 2023-24 में भी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किया जाना है। इस बार धान खरीदी में पारदर्शिता लाने के मंशा से शासन द्वारा  

Adhar Based Authentication बॉयोमेट्रिक प्रणाली के माध्यम से धान खरीदी करने का निर्णय लिया गया है। इस प्रणाली में किसान धान विक्रय के दौरान खरीदी केन्द्र में स्वयं उपस्थित होकर या उनके द्वारा नामित नामिनी के माध्यम से बायोमेट्रिक आधारित खरीद प्रणाली के माध्यम से समर्थन मूल्य पर धान का विक्रय किया जा सकेगा। इस प्रणाली के लिए किसानों को किसान पंजीयन अवधि 31 अक्टूबर 2023 तक  अपने नजदीकी लेम्पस ध्धान खरीदी केन्द्र में स्वयं का एवं अपने द्वारा नामित सदस्य माता दृपिता, पति-पत्नी, पुत्र-पुत्री, दामाद,  पुत्रवधु, सगा भाई-बहन एवं अन्य करीबी रिश्तेदार का आधार नम्बर उपलब्ध कराना होगा।
जिस हेतु जिला प्रशासन ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु आवश्यक तैयारियां शुरू दी है। इसी तर्ज पर जिले में नवीन किसानों का पंजीयन एवं रकबा संशोधन का कार्य शुरू हो चुका है जिसकी समय-सीमा शासन द्वारा 31 अक्टूबर 2023 तक निर्धारित की गयी है। निर्धारित अवधि में किसान अपने नजदीकी लेम्पस ध्धान खरीदी केन्द्र में आवश्यक दस्तावेज के साथ धान विक्रय हेतु अपना पंजीयन एवं रकबा संशोधन करा सकते हैं।

कोसा से खुला उन्नति का द्वारा

श्री सिल्क समूह ने कोसे धागे से कमाए 3.14 लाख
बीजापुर 11 सितंबर 2023- ग्राम तुरनार में छः माह पूर्व ही निर्मित श्री सिल्क स्वयं सहायता समूह द्वारा अब तक 120 कि.ग्रा. घींचा धागा जिसका बाजार भाव 232670 रू. एवं 25.4 

कि.ग्रा. रील्ड धागा जिसका मूल्य 82156 है का उत्पादन कर बिक्री के पश्चात् कुल 314826 रू. अर्जित की गयी है। इस कार्य हेतु जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफ मद से आर्थिक सहयोग किया गया है एवं धागाकरण मशीनों की आपूर्ति रेशम विभाग द्वारा की गयी है। इस कार्य से लाभान्वित महिलाओं के पास पहले एक जगह बैठ कर समूह मे करने लायक कोई कार्य नहीं था किन्तु जब से वे इस कार्य से जुड़ी हैं तब से न सिर्फ उनकी अजीविका बढ़ी है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ा है जिससे वे भी परिवार के रोजमर्रे के खर्चों में अपनी भागीदारी दे पा रही हैं। अभी तक इस धागाकरण समूह से 16 महिलाएं जुड़ कर लाभान्वित हो चुकी हैं। और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने जिला प्रशासन सतत रुप से कार्य कर रही है।

पक्के छत वाले आंगनबाड़ी में आकार ले रहा स्वस्थ-सुपोषित बीजापुर का सपना
बीजापुर 11 सितंबर 2023- विकासखंड भोपालपटनम की ग्राम पंचायत पामगल एक कुल जनसंख्या 1054 है, इस ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम मेटूपल्ली में 74 परिवार निवास करते हैं जिनकी कुल जनसंख्या 291 हैं। नदी पार यह ग्राम नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण शासकीय भवन निर्माण करना एक चुनौती पूर्ण कार्य है। ग्राम में आंगनबाड़ी केन्द्र झोपड़ी में संचालित हो रहा था। लेकिन महात्मा गांधी नरेगा और महिला बाल विकास के अभिसरण और ग्राम पंचायत के सक्रियता के चलते इस गांव के बच्चे पक्के छत वाले आंगनबाड़ी भवन में स्वस्थ-सुपोषित बीजापुर की ओर बढ़ रहे हैं।  
सरपंच श्री यालम महेश बताते हैं कि महात्मा गांधी नरेगा से 5 लाख रुपये और महिला व बाल विकास विभाग से 4 लाख 35 हजार रुपयों को मिलाकर, नवीन आंगनबाड़ी भवन के निर्माण के लिए राशि 9 लाख 35 हजार रुपयों की स्वीकृति प्राप्त हुई थी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती संगीता दुब्बा कहती हैं कि आंगनबाड़ी भवन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस हो रही थी। नये भवन बन जाने से अब बच्चों सहित मैं भी बहुत खुश हूँ। आंगनबाडी में 0 से 6 वर्ष तक के कुल 9 बच्चेए 1 गर्भवती महिला और एनिमिक 5 महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। भवन में पृथक से रसोईघर, स्टोर रूम और शौचालय की की भी व्यवस्था हैं, जिससे काम करने में सहुलियत हो रही है। भवन के बाहरी दीवारों पर बनी कलाकृतियों को देखकर बच्चे आकर्षित होते हैं।

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