बीजापुर, सितंबर 2023 – माननीय न्यायालय एन.आई. ए. / अनुसूचित अपराध राजस्व जिला बीजापुर स्थान दक्षिण बस्तर दंतेवाडा ( छ0ग0) के आदेश के परिपालन में थाना सिटी कोतवाली बीजापुर के अपराध क्रमांक 59/2023, धारा.120 (बी ) भा.द.सं. 4,5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम एवं विधि विरूद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1967 की धारा छ0ग0 13 (1), (ख ) , 23 के प्रकरण में जप्तशुदा चांवल (निलकंठ ) 100 बोरी, वजनी ( प्रत्येक बोरी 26 किलोग्राम ) कीमत 91000.00 रूपये ( 910 रूपये प्रति बोरी ) को निलाम किया जाना है।
इच्छुक खरीददार दिन सोमवार 25 सितम्बर 2023 को थाना सिटी कोतवाली बीजापुर में प्रातः 11.00 बजे उपस्थित हो सकते हैं।
मातृत्व एवं शिशु संस्थान उत्सव बीजापुर में सफल आपरेशन कर एक महिला के पेट से 1 किलोग्राम का फाइब्रॉएड की गांठ निकाली गई
बीजापुर, सितंबर 2023/कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा के निर्देशन मे जिला चिकित्सालय में निरंतर बेहतर सेवा मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है जहाँ जटिल आपरेशन और जटिल रोगों का समुचित उपचार किया जा रहा है।जिससे जिलेवासी बेहतर सेवा प्राप्त कर स्वस्थ हो रहे और अस्पताल की प्रशंसा कर रहे है। सप्ताह भर पहले की घटना है जिसमें एक 35वर्षीय ग्रामीण महिला जिसे कुछ वर्षों से मासिक धर्म में भारी रक्तस्राव की समस्या से पीड़ित थी और कई वर्षों की कोशिश के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पा रही थी। वह पहले भी कई डॉक्टरों से इलाज करा चुकी थी, जब वह अपने पूरी जानकारीऔर समस्या के निदान हेतु मातृत्व एवं शिशु संस्थान, उत्सव में गईं तो सटीक समस्या का पता लगाने के लिए उनका मूल्यांकन किया गया।तब डाक्टरों को उसके गर्भाशय में एक बड़ा फाइब्रॉएड की गांठ जिसका वजन 01 किलोग्राम होने की जानकारी हुई। जिसके बारे में महिला एवं उसके पति को बताया गया और पूरी तरह आश्वस्त करने के उपरांत सफलतापूर्वक उनका आपरेशन किया गया इतने बड़े फाइब्रॉएड के बावजूद एमसीएच के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उसके गर्भाशय से फाइब्रॉएड गैथ को सफलतापूर्वक हटा दिया, जिससे उसके गर्भाशय को सफलतापूर्वक बचाया जा सका।
इस सर्जरी से उसे मासिक धर्म में होने वाले भारी रक्तस्राव से राहत मिलेगी और वह जल्द ही दोबारा गर्भधारण कर सकेगी।मातृ शिशु संस्थान (एमसीएच )उत्सव के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने कहा है, “हालांकि मासिक धर्म में भारी रक्तस्राव 5 में से 1 महिला को प्रभावित करता है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। अगर किसी महिला को हर घंटे सैनिटरी पैड बदलने की जरूरत होती है, या खून कपड़ों और बिस्तरों में लीक हो जाता है, या रात भर पैड बदलने की जरूरत होती है, या 1 रुपए के सिक्के से भी बड़े रक्त के थक्के निकल जाते हैं, या 7 से 8 दिनों से अधिक समय तक रक्तस्राव होता है, या खून की कमी की मात्रा उसकी दैनिक गतिविधियों को प्रभावित करती है, या तनाव महसूस करती है तो उसे स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए। भारी मासिक धर्म से आयरन का स्तर कम हो सकता है और एनीमिया हो सकता है। सफलतापूर्वक आपरेशन और उपचार के पश्चात मरीज महिला एवं उसके पति से जिला अस्पताल की बेहतर उपचार एवं डाक्टरों के तन्मयता पूर्वक ईलाज और सलाह के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।