छत्तीसगढ़

आश्रम छात्रावास अधीक्षक अग्निवीर में भर्ती के लिए वनांचल में रहने वाले युवाओ को प्रोत्साहित करें-कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे

कलेक्टर ने कहा अपने संस्थान का ऑनरशीप लेकर “हमर सुघ्घर आश्रम और छात्रावास“ थीम पर संस्थान को संचालित करें

कवर्धा, मार्च 2024। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज आदिमजाति विकास विभाग द्वारा संचालित आश्रम एवं छात्रावास अधीक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में जिले में संचालित आश्रम, छात्रावास, पोस्ट मैट्रिक, प्री मैट्रिक छात्रावास, विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति आवासीय विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर और तरेगांव में संचालित आर्दश एकलव्य आवासीय विद्यालय में दर्ज बच्चों की उपस्थिति अध्यापन कार्य और दसवी एवं बारहवीं बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की गहन समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि आश्रम-छात्रावास और आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न संस्थान, जिले के सुदूर वनांचल और ग्रामीण क्षेत्र में संचालित है। संस्थान के प्रमुख अधीक्षक वहां निवासरत् सभी लोगों से उनका संपर्क रहता है। संस्थान प्रमुख अपने संस्थानों के संचालन के साथ-साथ वनांचल क्षेत्र में रहने वाले शिक्षित बेरोजगार युवाओं को उन्हें रोजगार सहित शासकीय रोजगार के अवसरों से जोड़ने के लिए एक मजबूत सेतु की भूमिका अदा कर सकते है। कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में भारत सरकार द्वारा थल सेना के अग्निवीर में विशेष भर्ती के लिए रोजगार से जुड़ने एक सुनहरा अवसर प्रदान किया जा रहा है। भारतीय थलसेना की अग्निवीर पदों पर भर्ती के लिए 22 मार्च 2024 तक ऑनलाईन आवेदन प्राप्त किए जा रहे है। ऑनलाईन आवेदन के लिए आवेदकों के आधार में 10वीं कक्षा की अंकसूची के अनुसार ही नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि होना अनिवार्य है। अंतर होने पर आधार कार्ड में सुधार के लिए अपने नजदीकी च्वाईस सेंटर, लोक सेवा केन्द्र में अपडेट करा लेना चाहिए, ताकि ऑनलाईन आवेदन करने में कोई परेशानी ना हो। आश्रम छात्रावास अधीक्षक इस जानकारी को वहां रहने वाले स्थानीय युवाओं को बताएं और अधिक से अधिक युवाओं को अग्निवीर भर्ती के लिए आवेदन करने प्रोत्साहित करें।
कलेक्टर श्री माहोबे ने आश्रम छात्रावास अधीक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे अपने अपने संस्थानों का ऑनरशीप लेकर यह संस्थान मेरा है इस भाव से अपने संस्थानों का संचालन करें। “हमर सुघ्घर आश्रम और छात्रावास“ थीम पर संस्थान को संचालित करें। उन्होंने कहा है कि संस्थान प्रमुखों को वहां अध्यनरत् सभी विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों, माता-पिता की पूरी जानकारी रहनी चाहिए। विद्यार्थियों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। स्वास्थय परीक्षण के लिए निर्धारित तिथियों की जानकारी विद्यालय के सूचना पटल पर भी चस्पा करें। विद्यार्थियों की मानसिक दक्षता विकास के लिए संस्थान प्रमुख विशेष प्रयास करें। विद्यार्थियों के अक्षर और अध्यापन कार्य के लिए अलग से कक्षा संचालित करें। अक्षर सुधार के लिए सुलेख पर ध्यान दे। कलेक्टर ने कहा कि आश्रम छात्रावास सहित सभी संस्थानों में सुरक्षा की चुक नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने बैठक में विद्यार्थियों को उपलब्ध कराने के लिए खेल सामाग्री की मांग पत्र, आश्रम छात्रावास के भवनों के संधारण एवं मरम्मत की जानकारी संस्थान में उपलब्ध अन्य सामान बिजली उपकरण, पंखा, लाईट सहित अन्य विस्तृत जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि कबीरधाम जिले में 40 आश्रम, 50 प्री मैट्रिक छात्रावास, 01 कन्या शिक्षा परिसर, 09 पोस्ट मैट्रिक, तरेगांव में 01 आर्दश एकलव्य आवासीय विद्यालय और विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के लिए 02 आवासीय परिसर संचालित है। बैठक में संयुक्त कलेक्टर डॉ. मोनिका कौड़ों, सहायक आयुक्त श्री सुशील पटेल, सहायक संचालक सूश्री अमूल्या सहारे सहित समस्त आश्रम-छात्रावास अधीक्षक उपस्थित थे।

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