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विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित


रायगढ़, 25 अप्रैल 2024/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के.चन्द्रवंशी की उपस्थिति में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर शहरी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गांधीनगर में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ.टी.जी.कुलवेदी, जिला मलेरिया अधिकारी ने शहरी क्षेत्र से आये सभी ए.एन.एम./आर.एच.ओ.(पु.),सीएचओ तथा अन्य विभाग के कर्मचारियों को मच्छर के प्रजाति से लेकर मलेरिया से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान किया गया। इस दौरान मलेरिया कार्यक्रम की रूपरेखा सन् 1953 से लेकर राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम 2004 से अब तक की मलेरिया उन्मूलन हेतु किये गये संपूर्ण भारतवर्ष में मलेरिया प्रकरणों की खोज एवं निदान कार्यों का विवरण बताया गया, जिससे मलेरिया को नियंत्रण किया जा सके।
जिले के समस्त विकासखण्डों को विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर बैनर, पोस्टर, एवं अन्य संदेश के माध्यम से निचले स्तर पर प्रचार-प्रसार करते हुए विश्व मलेरिया दिवस मनाने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके साथ ही रायगढ़ के शहरी क्षेत्र एवं समस्त विकासखण्ड में विश्व मलेरिया दिवस के उपलक्ष्य में वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जन-जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार हेतु ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र के प्रत्येक वार्डोंं में नारा लेखन एवं बैनर-पोस्टर का प्रदर्शन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य में विगत वर्षो के आकड़ो को मद्देनजर रखा जाए तो पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में मलेरिया प्रकरणों में वृहद कमी देखने को मिली है, साथ ही रायगढ़ जिला में भी विगत पाँच वर्षों से मलेरिया के केश में कमी पायी गई है। रायगढ़ जिले के 7 विकासखण्डों में से अति संवेदनशील चार विकासखण्डों में विशेष ध्यान देने की जरूरत रहती है।
           सीएमएचओ डॉ. चन्द्रवंशी ने उपस्थित सभी कर्मचारियों को मलेरिया शंकास्पद जांच की ओर विशेष ध्यान देने एवं पॉजीटीव केश आने पर तत्काल इलाज कर फालोअॅप करते हुए मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये। जिले के पिछले 7 साल के आकड़ों(वर्ष 2017 में 2692 केश, वर्ष 2018 में 1055केश, वर्ष  2019 में 824केश, वर्ष 2020 में 363केश एवं वर्ष 2021 में 155केश एवं 2022-23 में 133 केश) पर गौर करेगें तो मलेरिया के प्रकरणों में लगातार वृहद कमी आई है। उन्होंने कहा कि सतत प्रयास करते रहने से एवं जनमानस के सहयोग से बहुत जल्द ही रायगढ़ जिले को मलेरिया मुक्त जिले के रूप में घोषित कर सकेंगे। शासन की मंशा है कि छत्तीसगढ़ राज्य को वर्ष 2030 तक मलेरिया मुक्त राज्य के रूप में घोषित किया जा सके। उक्त बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री रंजना पैंकरा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक पी.डी. बस्तिया, व्हीबीडीटीएस गौतम प्रसाद सिदार एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।

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