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एआई तकनीक से फर्जी आवाज निकालकर ठगी करने वाले से रहें सतर्क

सारंगढ़ बिलाईगढ़,13 मई 2024/ टेक्नोलोजी के सहयोग से ठगी की नई विधा जो पूरे देश में अपना पैर पसार चुकी है उसका नाम है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक। इस ठगी में ऐसे परिवार जिनके रिश्तेदार, जितने भी बाहर में निवास कर रहे हैं या पढ़ रहे या अन्य कोई रोजगार या किसी कारणवश अपने पारिवारिक सदस्य से दूर है उन्हीं लोगों को इस ठगी के शिकार होने की संभावना ज्यादा है।

इस एआई तकनीक से अपराधी जिसे भी फोन लगाते हैं उनके परिचित का आवाज उनको सुनाते हैं या इसमें परिचित की आवाज में ही फोन आए कि मैं मुसीबत में हूं। जिसमें वह आर्थिक मदद की मांग करें कि मैं हॉस्पिटल में हूं या किसी इमरजेंसी के कारण मुझे पैसे की जरूरत पड़ रही है। मेरा फोन और गूगल या फोन पे बंद है, इमरजेंसी में कोई नए नंबर पर पैसे ट्रांसफर कर दो।

जब कोई ऐसा फोन आए तो, फोन करने वाला कितनी ही जल्दी करने के लिए बोले, नागरिकों को सतर्क होकर किसी भी तरह ये जानने की कोशिश करे कि जो आवाज से बात हुई, वह व्यक्ति किस स्थान पर है और वह सुरक्षित है कि नहीं। जब कोई व्यक्ति ऐसा सतर्क होकर एक फोन पर अपराधी से बात करते हुए, इशारे या लिखकर अपने घर परिवार दोस्त पड़ोसी आदि शुभचिंतक से सहयोग कर यह कार्य करेंगे वो ठगी से बच जायेंगे।

 नागरिक अपडेट रहें

नागरिकों को चाहिए कि सभी प्रकार के मोबाइल नंबर और अन्य उनके नजदीकी दोस्त रिश्तेदार आदि से भी अपडेट मोबाइल नंबर अपने पास रखें।

आवाज कॉपी करने की प्रक्रिया

 अपराधी किसी भी जो बाहर रह रहे हैं उनकी आवाज को कॉपी करके इस आवाज पर शब्दों का नया एक लाइन लिखी जाती है जैसे मुझे बचा लो, यह लोग मुझे फंसा दे रहे हैं, मैं जेल चली जाऊंगी या मैं जेल चला जाऊंगा। इस प्रकार की लाइन को अपराधी लोग एआई तकनीक से डबिंग करके मोबाइल में अपने रिकार्ड रखते हैं और जो व्यक्ति बाहर निवास कर रहा उसके माता-पिता भाई-बहन पति पत्नी आदि को फोन करके उनको कहते हैं कि अमुक व्यक्ति आपका रिश्तेदार है।

कस्टमर केयर, हेल्पलाइन पर भी ठगी

 हर कदम पर कोई ठगी का जाल फैला रखा है। जैसे किसी कस्टमर केयर के नंबर पर डायल करने पर, किसी हेल्पलाइन नंबर पर। आम नागरिकों को ऐसे किसी भी कस्टमर केयर या हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करने से पहले कंफर्म कर लेना चाहिए कि वह नंबर सही है या नहीं ठीक इसी प्रकार अभी परीक्षा का दौर खत्म हुआ है। ऐसे में कई प्रकार के ठग छात्र-छात्राओं और उनके  अभिभावकों को परीक्षा में पास करने के नाम पर उनसे पैसा मांगकर ठगी कर रहे हैं। इन सभी ठगी से नागरिकों को बचना चाहिए।

समाचार

कार्यालय समय पर आवास निर्माण के रिश्वत की शिकायत 07768299529 पर करें : हरिशंकर चौहान,परियोजना निदेशक पंचायत

सारंगढ़ बिलाईगढ़, 13 मई 2024/जिले में एक कर्मचारी को रिश्वत के मामले में बर्खास्त करने के बाद जिला ग्रामीण विकास प्रशासन योजना जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के परियोजना निदेशक हरिशंकर चौहान ने आवास हितग्राहियों से अपील किया है कि  जिनके ग्रामीण अंतर्गत आवास स्वीकृति के नाम से किसी भी व्यक्ति के द्वारा पैसे की मांग करता है तो सीधे पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करायें। आवास संबंधी सरकारी काम में रिश्वत की शिकायत फोन नंबर 07768299529 पर
शासकीय कार्य दिवस और कार्यालय समय पर करें। इस तरह हितग्राहियों से अपील है कि अपने परिवार का स्वीकृत आवास समय पर पूर्ण करें।  2011 (SECC) के सर्वे अनुसार पात्र परिवारों को आवास स्वीकृत की जाती है जिसमें सबसे पहले आवास साफ्ट में हितग्राहियों का पंजीयन करना रहता है। पंजीयन के लिए हितग्राही का आधार कार्ड, बैंक पास बुक, मनरेगा जॉब कार्ड, मोबाईल नम्बर आधार सहमति प्रपत्र एवं शपथ पत्र जनपद पंचायत द्वारा आवास साफ्ट में पंजीयन किया जाता है। फिर जिला पंचायत से आवास स्वीकृत की जाती है। स्वीकृति पश्चात् 4 किश्तों में 1.20 लाख एफटीओ के माध्यम से सीधे हितग्राहियों के खाते में हस्तांतरित की जाती है। जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ अंतर्गत  आवास स्वीकृति कराने के लिए किसी अधिकारी, ग्राम पंचायत स्तर के कर्मचारी, जनप्रतिनिधि आदि को किसी प्रकार की रिश्वत देने की जरूरत नहीं है। काम के एवज में रिश्वत, पैसे की मांग कानूनी रूप से अपराध है।

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