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जिला सुकमा में सक्रिय 04 हार्डकोर ईनामी सहित 08 नक्सलियों के द्वारा किया गया आत्मसमर्पण।

🟥  छ0ग0 शासन द्वारा पदों के अनुरूप 01 नक्सली पर 02 लाख एवं 03 नक्सलियों पर 01-01 लाख रूपये का घोषित है ईनाम ।

🟪  छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ तथा सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ”पूना नर्कोम अभियान’’ (नई सुबह-नई शुरुआत) से प्रभावित होकर एवं अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार सुरक्षा कैम्प स्थापित किये जाने से किया गया आत्मसमर्पण।

🟥 नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 02, 226 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा व थाना कुकानार स्टाफ एवं नक्सल सेल इंटेरोेगेशन शाखा का रहा विशेष प्रयास।

🟦  जिला सुकमा में श्री सुन्दरराज पी., पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज जगदलपुर (छ.ग.), श्री कमलोचन कश्यप, उप पुलिस महानिरीक्षक रेंज दंतेवाड़ा, श्री हरजिन्दर सिंह उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज जगदलपुर, श्री अरविंद राय, उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज सुकमा  के मार्ग-दर्शन एवं श्री किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, श्री रतिकांत बेहेरा, कमाण्डेन्ट 02 वाहिनी सीआरपीएफ, श्री कुलदीप कुमार जैन, कमाण्डेन्ट 226 वाहिनी सीआरपीएफ के निर्देशन तथा श्री सुनील कुमार राही द्वितीय कमान अधिकारी 226 वाहिनी सीआरपीएफ, श्री अनामी शरण, द्वितीय कमान अधिकारी 02 वाहिनी सीआरपीएफ, श्री निखिल अशोक कुमार राखेचा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स जिला सुकमा, श्री अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा, श्री आकाश राव गिरेपूंजे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोंटा के पर्यवेक्षण में छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पूना नर्कोम अभियान’’ नई सुबह, नई षुरूआत एवं अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार सुरक्षा कैम्प स्थापना से मिलने वाली सुरक्षा, सुविधा व विकास से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन, खोखली विचारधारा, नक्सलियों द्वारा किए जाने वाले षोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा किए जाने वाले भेदभाव एवं स्थानीय आदिवासियों के साथ होने वाली निर्मम हिंसा से त्रस्त होकर प्रतिबंधित माओवादी नक्सल संगठन में सक्रिय 04 हार्डकोर ईनामी सहित कुल 08 नक्सलियों के द्वारा क्रमशः 01.महिला वेट्टी मासे पिता स्व. वेट्टी कोसा  पति कवासी सोमडू (मंलगेर एरिया प्लाटून नंबर 24 पार्टी सदस्या, ईनामी 02 लाख रूपये छ0ग0 शासन द्वारा) उम्र लगभग 42 वर्ष जाति मुरिया निवासी बडे गादम स्कूलपारा थाना कटेकल्यण जिला दन्तेवाड़ा (छ.ग.), 02. सागर उर्फ देवा मड़काम पिता स्व. हुंगा (मंलगेर एरिया कमेटी सदस्य, मारोकी पंचायत डीएकेएमएस अध्यक्ष, ईनामी 01 लाख रूपये छ0ग0 शासन द्वारा) उम्र लगभग 31 वर्ष जाति मुरिया निवासी पोरोगादम मारोकी थाना गादीरास जिला सुकमा, 03 महिला सोड़ी तुलसी पति सोड़ी एंका (सिंगाराम आरपीसी केएमएस अध्यक्ष, ईनामी 01 लाख रूपये छ0ग0 शासन द्वारा) उम्र लगभग 32 वर्ष जाति मुरिया निवासी सिंगाराम मड़कमपारा थाना गोलापल्ली जिला सुकमा, 04. पोडियम नंदे पिता स्व0 भीमा (बुर्कलंका आरपीसी केएएमएस अध्यक्ष ईनामी 01 लाख रूपये छ0ग0 शासन द्वारा), उम्र लगभग 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी गट्टापाड बडापारा थाना किस्टाराम जिला सुकमा, 05 वेट्टी सुक्का पिता वेट्टी बूधा (कुंजेरास पंचायत मिलिशिया प्लाटून सदस्य) उम्र लगभग 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी बडे गादम स्कूलपारा थाना कटेकल्यण जिला दन्तेवाड़ा (छ.ग.), 06. वेट्टी हड़मा पिता स्व. पाण्डू (बडे गादम पंचायत जनताना सरकार सदस्य) उम्र लगभग 41 वर्ष जाति मुरिया निवासी बडे गादम स्कूलपारा थाना कटेकल्यण जिला दन्तेवाड़ा (छ.ग.), 07.कवासी देवा पिता हिड़मा (बडे गादम पंचायत जनताना सरकार सदस्य) उम्र लगभग 34 वर्ष जाति मुरिया निवासी बडे गादम स्कूलपारा थाना कटेकल्यण जिला दन्तेवाड़ा (छ.ग.) एवं 08. कलमू सिंगा पिता स्व0 भीमा (सिंगाराम आरपीसी पंच कमेटी अध्यक्ष) उम्र लगभग 45 वर्ष जाति मुरिया निवासी सिंगाराम जबेली थाना गोलापल्ली जिला सुकमा के द्वारा दिनांक 02.06.2024 को नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में श्री अनामी शरण, द्वितीय कमान अधिकारी 02 वाहिनी सीआरपीएफ, श्री अनुरंजन डिप्टी कमाण्डेन्ट 226 वाहिनी सीआरपीएफ एवं श्री सपन चौधरी, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। नक्सली वेट्टी मासे, वेट्टी सुक्का, वेट्टी हड़मा, कवासी देवा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 226 वाहिनी आसूचना शाखा व थाना कुकानार का स्टाफ एवं नक्सली सागर उर्फ देवा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 02 री वाहिनी आसूचना शाखा एवं सोड़ी तुलसी, कलमू सिंगा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल इंटेरोगेशन शाखा का विशेष प्रयास रहा है।

🟩 सभी आत्मसमर्पित नक्सली नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, आवागमन वाले मार्गों को खोद कर अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध में नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाना, ग्रामीणों से डरा-धमका कर लेव्ही वसूली करना आदि घटनाओं में शामिल रहे है।
🟩 सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय कराये जायेंगें।

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