छत्तीसगढ़

उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के सम्बंध में ली गई बैठक, कार्यक्रम के क्रियान्वयन पर हुई विस्तृत चर्चा

अम्बिकापुर 28 जून 2024/sns/- कलेक्टर श्री विलास भोसकर के मार्गदर्शन में अपर कलेक्टर श्री सुनील नायक की उपस्थिति में गुरुवार को जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु विकासखण्डवार सत्र 2024-25 के लक्ष्य से संबंधित चर्चा कर सर्वे  एवं डाटा अपलोडिंग की समीक्षा की गई। अपर कलेक्टर श्री नायक ने उल्लास कार्यक्रम के घटकों पर चर्चा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में पूरी कोशिश रहे कि सभी त्रुटि रहित कार्य कर गैर साक्षरों को इस कार्यक्रम से जोड़ सकें। आज के परिवेश को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति का डिजिटल साक्षर होना आवश्यक है।इसके साथ ही जीवनकौशल, चुनावी साक्षरता, स्वास्थ्य से संबंधित साक्षरता, कानूनी साक्षरता इत्यादि भी जरूरी हैं। पूरा प्रयास रहे कि जिले के प्रत्येक व्यक्ति को पूर्ण रूप से साक्षर कर सकें। बैठक में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के जिला परियोजना अधिकारी श्री गिरीश गुप्ता ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया की नई शिक्षा नीति 2020 के एक घटक के रूप में उल्लास कार्यक्रम को आरंभ किया गया है जिसके तहत सर्वप्रथम डाटा सर्वे का कार्य किया जा रहा है उन्होंने बताया कि सरगुजा जिले की साक्षरता दर को शत-प्रतिशत करना हमारा लक्ष्य है। वर्ष 2025 तक 35 हजार लोगों को साक्षर करने का लक्ष्य उल्लास कार्यक्रम के तहत रखा गया है।उन्होंने आगे बताया कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के पांच घटक हैं जिसके तहत बुनियादी साक्षरता, जीवनकौशल, व्यवसाय कौशल, बुनियादी शिक्षा व सतत शिक्षा है। ग्राम पंचायत के साथ-साथ नगरों में भी इस कार्यक्रम को प्रमुखता से चलाया जाएगा। एनसीसी, स्काउट गाइड, स्वयंसेवक, महिला बाल विकास के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, डाइट के छात्र, शासकीय कर्मचारी, सेवानिवृत कर्मचारी, इत्यादि लोगों की मदद से उल्लास कार्यक्रम को सरगुजा जिले में सफल बनाया जाएगा। उल्लास कार्यक्रम के तहत लखनपुर को आकांक्षी ब्लॉक के रूप में चुना गया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी विद्यालयों, महाविद्यालय, डाइट, महिला बाल विकास इत्यादिसभी विभागों के सहयोग की आवश्यकता है, तभी हम निश्चित समय में अपने लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे। बैठक में उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों ने उल्लास कार्यक्रम के सम्बन्ध में अपने सुझाव रखे तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूर्ण योगदान देने की बात कही।

कार्यक्रम के तहत वर्ष 2025 तक जिले में 35 हजार लोगों को साक्षर करने का है लक्ष्य

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