छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्रों की तीन दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

  • कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव द्वारा छत्तीसगढिय़ा मशरूम उत्पादक एवं हिन्दुस्तान किसान उत्पादक संघ अर्जुनी के उत्पादों के स्टॉल को उत्कृष्ट प्रदर्शनी स्टॉल के लिए किया गया सम्मानित
  • विभिन्न फसलों पर खरपतवार नियंत्रण, प्याज भण्डार के लिए कम लागत वाली प्याज भण्डारण कक्ष, सोयाबीन की खेती एवं उसके उन्नत किस्मों की दी गई जानकारी
    राजनांदगांव 02 जुलाई 2024sns/- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-कृषि प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान जोन-9 जबलपुर एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के 81 कृषि विज्ञान केन्द्रों की तीन दिवसीय 31वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में किया गया। कार्यशाला में विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा लगाई गई कृषि प्रदर्शनी के लिए छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों को पुरस्कृत किया गया। कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव द्वारा छत्तीसगढिय़ा मशरूम उत्पादक एवं हिन्दुस्तान किसान उत्पादक संघ अर्जुनी के उत्पादों का स्टॉल लगाकर प्रदर्शन किया गया था। जिसके लिए उत्कृष्ट प्रदर्शनी स्टॉल लगाने के लिए राजनांदगांव के स्टॉल को सम्मानित किया गया।
    कार्यशाला में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं विभिन्न संस्थानों के निदेशक, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर, राजमाता विजया राजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के निदेशक विस्तार सेवाएं तथा छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के अंतर्गत कार्यरत 81 कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख व वैज्ञानिक शामिल हुए। जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. गुंजन झा द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव के विगत वर्ष किये गये कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया गया। तीन दिवसीय कार्यशाला में केन्द्र से वैज्ञानिक डॉ. अतुल डांगे, डॉ. योगेन्द्र श्रीवास, प्रक्षेत्र प्रबंधक श्री आशीष गौरव शुक्ला एवं कार्यक्रम सहायक श्री जितेन्द्र कुमार मेश्राम की सहभागिता रही।
    कार्यशाला में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-खरपतवार अनुसंधान निदेशालय जबलपुर के निदेशक द्वारा विभिन्न फसलों पर खरपतवार नियंत्रण के बारे में बताया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल के निदेशक द्वारा प्याज भण्डार के लिए कम लागत वाली प्याज भण्डारण कक्ष के बारे में, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर के निर्देशक द्वारा सोयाबीन की खेती एवं उसके उन्नत किस्मों की जानकारी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मथुरा के निदेशक द्वारा छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश हेतु उपयुक्त बकरी के उन्नत किस्मों की जानकारी एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- केन्द्रीय नींबू वर्गीय फल अनुसंधान संस्थान नागपुर के निदेशक द्वारा नींबू के विभिन्न प्रकार से प्रसंस्करण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला के समापन समारोह के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. (कर्नल) गिरीश चंदेल थे। समापन समारोह की अध्यक्षता कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जोन-9 जबलपुर के निदेशक डॉ. एसआरके सिंह ने की। इस तीन दिवसीय वार्षिक कार्यशाला में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा विगत वर्ष किये गये कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया गया तथा आगामी वर्ष की कार्ययोजना पर विचार विमर्श किया गया।

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